लांजिया साओरा जनजाति | 26 Apr 2025
स्रोत: द हिंदू
ओडिशा के रायगढ़ ज़िले के गुनुपुर क्षेत्र में लांजिया साओरा जनजातीय समूह की महिलाएँ आम की फसल के उत्सव में परंपरागत नृत्य करती हैं।
- लांजिया साओरा: लांजिया साओरा, साओरा जनजाति का एक सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और पृथक उपसमूह, ओडिशा में गजपति और रायगड़ा ज़िलों के वन्य पर्वतों में निवास करते हैं। इनकी भाषा ऑस्ट्रोएशियाटिक भाषा-कुल की मुंडारी भाषा, साओरा है।
- लांजिया साओरा पीतल के पाइप, झाँझ और गौंग का उपयोग करते हुए सहज गीतों के साथ जीवंत नृत्य करते हैं। पुरुष क्रेन के परों से अलंकृत साफा धारण करते हैं और पुरुष तथा साथ ही महिलाएँ छाते, तलवारें और मोर पंख के साथ नृत्य करते हैं।
- साओरा जनजाति: साओरा ओडिशा की प्राचीनतम जनजातियों में से एक है, जिसका उल्लेख रामायण और महाभारत में मिलता है, और यह आंध्र प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश और असम के कुछ भागों में भी पाई जाती है।
- उनकी विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान में अनुष्ठान कला, परंपरागत गोदना (तांतांगबो) और विशिष्ट आर्थिक समूह शामिल हैं; मैदानी इलाकों में सुधा साओरा जो सिंचन कृषि और मज़दूरी का कार्य करते हैं, और पर्वतीय क्षेत्रों में लांजिया साओरा जो स्थानांतरी और सीढ़ीदार/वेदिका कृषि पर निर्भर हैं।
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