कुचिपुड़ी | 30 Apr 2024
स्रोत: द हिंदू
भारत के सबसे पुराने नृत्य रूपों में से एक कुचिपुड़ी, अब युवा पीढ़ी के बीच अप्रचलित होता जा रहा है। कुचिपुड़ी आंध्र प्रदेश के कृष्णा ज़िले का एक गाँव है।
- कुचिपुड़ी एक नृत्य-नाटिका प्रदर्शन है, जो प्राचीन कल में पुरुषों तक ही सीमित हुआ करता था। यह हिंदू पौराणिक कथाओं की कहानियाँ दर्शाता है और लोगों के बीच अपना संदेश पहुँचाता है। कुचिपुड़ी भारत के 8 शास्त्रीय नृत्य रूपों में से एक है।
- पीढ़ियों से, लोगों ने गुरु-शिष्य परंपरा के माध्यम द्वारा इस शास्त्रीय नृत्य को सीखा है।
- वर्तमान में, यह कला सरकार से संरक्षण की कमी के कारण संकट की स्थिति में है, साथ ही इस कला ने महामारी के वर्षों में इसके पारंगत छह गुरुओं को खो दिया और भविष्य में युवाओं के लिये इसमें अवसरों की कमी है। वर्ष 2014-18 के बीच संगीत नाटक अकादमी ने आंध्र प्रदेश राज्य सरकार के सहयोग से कुचिपुड़ी यक्षगानम के ऑडियो, वीडियो और फोटो को संग्रहीत किया है।
- गुरु पसुमर्थी रत्तैया सरमा, यक्षगणों के एक प्रमुख, कुचिपुड़ी गाँव में रहने वाले सबसे पुराने गुरु हैं।
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