रैपिड फायर
कनिष्क त्रासदी
- 25 Jun 2024
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स्रोत: द हिंदू
हाल ही में कनाडा ने कहा है कि 1985 में एयर इंडिया फ्लाइट 182 में हुए बम विस्फोट की जाँच अभी भी "सक्रिय और जारी है"।
- 23 जून 1985 को मॉन्ट्रियल-नई दिल्ली एयर इंडिया की ‘कनिष्क’ फ्लाइट 182, जो कनाडा से लंदन होते हुए भारत जा रही थी, आयरिश तट के पास विस्फोट में दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें विमान में सवार सभी 329 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकांश भारतीय थे।
- टोक्यो के नारिता हवाई अड्डे पर एक और विस्फोट में दो जापानी बैगेज़ हैंडलर मारे गए, जबकि विमान अभी भी हवा में था।
- जाँचकर्त्ताओं ने बाद में बताया कि यह बम फ्लाइट 182 पर हुए हमले से जुड़ा था और यह बैंकॉक जाने वाली एयर इंडिया की एक अन्य फ्लाइट के लिये था, लेकिन यह समय से पहले ही फट गया।
- इस बम विस्फोट का श्रेय 1984 में भारतीय सेना द्वारा किये गए 'ऑपरेशन ब्लूस्टार' के प्रतिशोध में सिख आतंकवादियों (खालिस्तानियों) को दिया गया।
- 'ऑपरेशन ब्लूस्टार' अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से सिख उग्रवादियों को हटाने के लिये भारत सरकार द्वारा आदेशित एक सैन्य अभियान था।
- खालिस्तान आंदोलन एक अलगाववादी आंदोलन है जो पंजाब क्षेत्र में खालिस्तान नामक एक जातीय-धार्मिक संप्रभु राज्य की स्थापना करके सिखों के लिये एक मातृभूमि बनाने की मांग कर रहा है।
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