कलरीपयट्टू | 05 Feb 2024

हरियाणा के युवाओं ने कलरीपयट्टू/कलारीपयट्टू (Kalaripayattu) को अपनाने में महत्त्वपूर्ण प्रगति दर्शाते हुए  खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 में केरल के बाद दूसरा स्थान हासिल किया।

  • कलारी पयट्ट (कलारीपयट्टु) का अर्थ है 'युद्ध का मैदान' या 'व्यायामशाला' - (कलारी), 'विधि' या 'कला' - (पयट्ट), जिसे कलारी के नाम से भी जाना जाता है। यह एक भारतीय मार्शल आर्ट है जिसकी उत्पत्ति तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से दूसरी शताब्दी ई.पू. के दौरान केरल में हुई थी। अब यह केरल और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में प्रचलित है।
    • इसे विश्व की सबसे प्राचीन और सर्वाधिक कुशल मार्शल आर्ट में से एक माना जाता है, जिसका इतिहास 3,000 वर्ष से भी अधिक पुराना है।
  • कलारीपयट्टू, व्यक्तिगत युद्ध प्रशिक्षण की एक प्रणाली है, जिसमें निहत्थे युद्ध के लिये त्वरित सजगता विकसित करने तथा लाठी, खंजर, चाकू, भाले, तलवार, ढाल आदि जैसे विभिन्न हथियारों पर कुशल महारत हासिल करने के उद्देश्य से परिकल्पित अभ्यास शामिल हैं।

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