प्रारंभिक परीक्षा
जे. सी. बोस: एक सत्याग्रही वैज्ञानिक
- 05 Dec 2022
- 3 min read
हाल ही में संस्कृति मंत्रालय ने जे. सी. बोस: एक सत्याग्रही वैज्ञानिक के योगदान पर उनकी 164 वीं जयंती पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया है।
जगदीश चंद्र बोस:
- परिचय:
- इनका जन्म 30 नवंबर, 1858 को बंगाल में हुआ था। इनकी माता बामा सुंदरी बोस और पिता भगवान चंद्र थे।
- वह एक प्लांट फिजियोलॉजिस्ट और भौतिक विज्ञानी थे, जिन्होंने पौधों की वृद्धि को मापने के लिये एक उपकरण क्रेस्कोग्राफ का आविष्कार किया था। उन्होंने पहली बार यह प्रदर्शित किया कि पौधों में भावनाएँ होती हैं।
- शिक्षा:
- उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से बीएससी, जो वर्ष 1883 में लंदन विश्वविद्यालय से संबद्ध था और वर्ष 1884 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से बीए (प्राकृतिक विज्ञान ट्राइपोस) किया था।
- वैज्ञानिक योगदान:
- आचार्य जगदीश चंद्र बोस एक जीव-विज्ञानी, भौतिक विज्ञानी, वनस्पतिशास्त्री और साइंस फिक्शन के लेखक थे।
- बोस ने वायरलेस संचार की खोज की और उन्हें इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग द्वारा रेडियो साइंस का पिता के रूप में नामित किया गया।
- वह भारत में प्रयोगात्मक विज्ञान के विस्तार के लिये उत्तरदायी थे।
- बोस को बंगाली साइंस फिक्शन का जनक माना जाता है। उनके सम्मान में चंद्रमा पर एक क्रेटर का नाम रखा गया है।
- उन्होंने बोस इंस्टीट्यूट की स्थापना की, जो भारत का एक प्रमुख अनुसंधान संस्थान है और इसके सबसे पुराने में से एक है। वर्ष 1917 में स्थापित, संस्थान एशिया में पहला अंतःविषय अनुसंधान केंद्र था। उन्होंने बोस संस्थान की स्थापना से लेकर अपनी मृत्यु तक निदेशक के रूप में कार्य किया।
- अपने शोध को सुविधाजनक बनाने के लिये, उन्होंने स्वचालित रिकॉर्डर का निर्माण किया जो अत्यंत मामूली गति को दर्ज करने में सक्षम थे, इन उपकरणों ने कुछ आश्चर्यजनक परिणाम उत्पन्न किये, जैसे कि घायल पौधों का कांँपना, जिसे बोस ने पौधों में महसूस करने की शक्ति के रूप में व्याख्यायित किया।
- पुस्तक:
- उनकी पुस्तकों में रिस्पांस इन द लिविंग एंड नॉन-लिविंग (1902) और द नर्वस मैकेनिज़्म ऑफ प्लांट्स (1926) शामिल हैं।
- मृत्यु:
- उनका निधन 23 नवंबर 1937 को गिरिडीह, बिहार में हुआ।