जेनिन शरणार्थी शिविर में इज़रायली सैन्य अभियान | 07 Jul 2023

हाल ही में इज़रायल ने कब्ज़े वाले वेस्ट बैंक में जेनिन शरणार्थी शिविर में एक सैन्य अभियान शुरू किया, जो दूसरे फिलिस्तीनी विद्रोह (2000-2005) के दौरान किये गए व्यापक पैमाने के अभियानों जैसा था।

  • इस ऑपरेशन का उद्देश्य हथियारों को नष्ट करना और ज़ब्त करना तथा विशिष्ट आतंकवादी समूहों को लक्षित करना था। इसमें लगभग 2,000 सैनिक शामिल थे और हमलों के लिये सैन्य ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था।
  • जेनिन शिविर ऐतिहासिक रूप से इज़रायल के कब्ज़े के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष का गढ़ और हिंसा का केंद्र बिंदु रहा है।

जेनिन शरणार्थी शिविर से संबंधित मुख्य बिंदु:

  • जेनिन शरणार्थी शिविर एक फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर है जो उत्तरी वेस्ट बैंक के जेनिन क्षेत्र में स्थित है।
  • वर्ष 1953 में स्थापित यह शिविर वर्ष 1948 के अरब-इज़रायल युद्ध के दौरान विस्थापित हुए फिलिस्तीनी शरणार्थियों को समायोजित करने हेतु बनाया गया था जिसे नकबा (अरबी में "तबाही") के रूप में भी जाना जाता है।
  • यह शिविर वर्षों से फिलिस्तीनी आतंकवादियों और इज़रायली सेना के बीच निरंतर संगर्ष का स्थल भी रहा है।
    • दूसरे फिलिस्तीनी विद्रोह, जिसे अल-अक्सा इंतिफादा (वर्ष 2000-2005) के नाम से भी जाना जाता है, के दौरान इस शिविर ने तब विशेष रूप से ध्यान आकर्षित किया था जब यह इज़रायली कब्ज़े के विरुद्ध सशस्त्र प्रतिरोध का गढ़ बन गया था।
  • जेनिन शरणार्थी शिविर फिलिस्तीनी शरणार्थी मुद्दे तथा मौजूदा इज़रायल-फिलिस्तीन संघर्ष का प्रतीक बना हुआ है। 

इज़रायल-फिलिस्तीन संघर्ष से संबंधित अन्य महत्त्वपूर्ण स्थान: 

  • अल-अक्सा मस्जिद: 
    • यह इस्लाम में आस्था रखने वालों के लिये सबसे पवित्र संरचनाओं में से एक है जिसे मुस्लिमों द्वारा हरम अल-शरीफ या पवित्र पूजा स्थल (Noble Sanctuary) तथा यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट (Temple Mount) के रूप में जाना जाता है।  
    • यह स्थल प्राचीन शहर यरुशलम का हिस्सा है जिसे ईसाइयों, यहूदियों और मुसलमानों के लिये पवित्र माना जाता है।
  • शेख जर्राह:
    • शेख जर्राह पूर्वी येरुशलम में पुराने शहर के उत्तर में स्थित एक पड़ोसी क्षेत्र है।
      • वर्ष 1948 में जब इज़रायल की स्थापना हुई, तब लाखों फिलिस्तीनियों को उनके घरों से बाहर निकाल दिया गया।
    • उन फिलिस्तीनी परिवारों में से अट्ठाईस परिवार पूर्वी येरुशलम में शेख जर्राह में जाकर बस गए। 
  • वेस्ट बैंक: 
    • वेस्ट बैंक पश्चिम एशिया में स्थलों से घिरा क्षेत्र है। इसमें पश्चिमी मृत सागर का एक बड़ा भाग भी शामिल है।
    • अरब-इज़रायल युद्ध (1948) के बाद इस पर जॉर्डन ने कब्ज़ा कर लिया था लेकिन वर्ष 1967 के छह दिवसीय युद्ध के दौरान इज़रायल ने इसे वापस लिया और तब से इस पर इज़राईल का नियंत्रण है।
      • वेस्ट बैंक इज़राईल और जॉर्डन के बीच स्थित है।
  • गाज़ा पट्टी: 
    • गाज़ा पट्टी इज़रायल और मिस्र के बीच स्थित है। इज़रायल  ने वर्ष 1967 के बाद गाज़ा पट्टी पर कब्ज़ा कर लिया, लेकिन ओस्लो शांति प्रक्रिया के दौरान अधिकांश क्षेत्र में गाज़ा शहर और दैनंदिन प्रशासन पर नियंत्रण हटा लिया गया।
    • वर्ष 2005 में इज़रायल  ने एकतरफा तरीके से यहूदी बस्तियों को क्षेत्र से हटा दिया, हालाँकि इसने अंतर्राष्ट्रीय पहुँच को नियंत्रित करना जारी रखा है।
  • गोलान हाइट्स: 
    • गोलान हाइट्स एक रणनीतिक पठार है जिसे इज़रायल ने वर्ष 1967 के युद्ध में सीरिया से छीनकर अपने अधीन कर लिया था। इज़रायल ने वर्ष 1981 में इस क्षेत्र को  प्रभावी रूप से अपने अधीन कर लिया।
    • वर्ष 2017 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर जेरुसलम और गोलान हाइट्स को इज़रायल का हिस्सा माना।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रश्न.  निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः (2023) 

कथन-I: इज़रायल ने कुछ अरब राज्यों के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किये हैं।

कथन-II: ‘अरब शांति पहल’ सऊदी अरब की मध्यस्थता से इज़रायल और अरब लीग के बीच हस्ताक्षरित हुई। 

उपर्युक्त कथनों के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही है?

(a) कथन-I और कथन-II दोनों सही हैं तथा कथन-II, कथन-I की सही व्याख्या है।
(b) कथन-I और कथन-II दोनों सही हैं तथा कथन-II, कथन-I की सही व्याख्या नहीं है।
(c) कथन-I सही है किंतु कथन-II गलत है।
(d) कथन-I गलत है किंतु कथन-II सही है।

उत्तर : (C) 


प्रश्न. कभी-कभी समाचारों में उल्लिखित पद "टू स्टेट सोल्यूशन" किसकी गतिविधियों के संदर्भ में आता है। (2018) 

(a) चीन
(b) इज़रायल
(c) इराक
(d) यमन

उत्तर: (B) 


प्रश्न. योम किप्पुर युद्ध किन पक्षों/देशों के बीच लड़ा गया था? (2008) 

(a) तुर्किये और ग्रीस
(b) सर्ब और क्रोट्स
(c) मिस्र और सीरिया के नेतृत्त्व में इज़रायल और अरब देश
(d) ईरान और इराक 

उत्तर: (c)  

स्रोत: द हिंदू