इज़रायल की वायु रक्षा प्रणाली | 19 Apr 2024
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
चर्चा में क्यों?
हाल ही में ईरान द्वारा दागे गए 300 से अधिक सशस्त्र ड्रोन एवं लंबी दूरी की मिसाइलों को निष्क्रिय करते हुए इज़रायल की बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली ने देश को एक बड़े हमले से बचाया।
इज़रायल की वायु रक्षा प्रणाली के बारे में मुख्य तथ्य क्या हैं?
- वायु रक्षा प्रणालियाँ मूलतः आकाश मार्ग से उत्पन्न खतरों के विरुद्ध ढाल के रूप में हैं। वे विभिन्न प्रौद्योगिकियों का संयोजन हैं जो आकाश में विमानों, मिसाइलों अथवा ड्रोनों का पता लगाने, उन्हें ट्रैक करने तथा नष्ट करने के लिये एक साथ कार्य करते हैं।
- इज़रायल की वायु रक्षा प्रणाली में आयरन डोम तथा C-डोम शामिल हैं।
- आयरन डोम:
- यह इज़रायल की कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली वायु रक्षा प्रणाली है।
- आयरन डोम में तीन मुख्य प्रणालियाँ हैं जो उस क्षेत्र में बचाव के लिये ढाल के रूप में मिलकर एक साथ कार्य करती हैं जहाँ इसे तैनात किया गया है।
- रडार: इसमें किसी भी संभावित खतरे का पता लगाने के लिये एक पहचान एवं ट्रैकिंग रडार होता है।
- हथियार नियंत्रण: इसमें एक युद्ध प्रबंधन एवं हथियार नियंत्रण प्रणाली (BMC) होती है।
- मिसाइल फायर: इसमें मिसाइल फायरिंग यूनिट भी होती है। BMC मूल रूप से रडार तथा इंटरसेप्टर मिसाइल के बीच संबंध स्थापित करती है।
- इसका उपयोग रॉकेट, तोपखाने तथा मोर्टार के साथ-साथ विमान, हेलीकॉप्टर एवं मानवरहित हवाई वाहनों (UAV) का मुकाबला करने के लिये किया जाता है।
- यह दिन एवं रात सहित सभी मौसम स्थितियों में उपयोग किये जाने में सक्षम है। यह 90% से अधिक की सफलता दर का दावा करती है।
- यह अप्रत्यक्ष और हवाई खतरों के विरुद्ध परिनियोजित एवं परिचालित बलों (Deployed and Manoeuvring Forces), फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (FOB) और शहरी क्षेत्रों की रक्षा कर सकती है।
- C-डोम:
- यह इज़रायल की आयरन डोम वायु रक्षा प्रणाली का एक नौसैनिक संस्करण है, जिसका उपयोग रॉकेट और मिसाइल हमलों से रक्षा करने के लिये किया जाता है।
- इसका पहली बार वर्ष 2014 में अनावरण किया गया और नवंबर 2022 में परिचालन की घोषणा की गई।
- यह आयरन डोम के समान ही कार्य करता है, हालाँकि इसे जहाज़ों पर तैनात नहीं किया जाता है।
- इसे Sa'ar 6 श्रेणी के कॉर्वेट और जर्मन निर्मित युद्धपोतों पर लगाया गया है, जो आयरन डोम के समान इंटरसेप्टर का उपयोग करते हैं।
- आयरन डोम के विपरीत, जिसमें अपना समर्पित रडार है, C-डोम को अपने लक्ष्यों का पता लगाने के लिये जहाज़ के रडार के साथ एकीकृत किया जाता है।
- यह आधुनिक खतरों- सागरीय और तटीय के विरुद्ध पूर्ण पोत सुरक्षा और उच्च मारक क्षमता सुनिश्चित करता है।
भारत की समान वायु रक्षा प्रणाली:
- इंद्रजाल:
- भारत का पहला स्वदेशी ड्रोन रक्षा डोम जिसे "इंद्रजाल" कहा जाता है, को हैदराबाद स्थित प्रौद्योगिकी आर एंड डी फर्म ग्रेने रोबोटिक्स द्वारा डिज़ाइन और विकसित किया गया है।
- इसमें मानव रहित हवाई वाहन (UAV), युद्ध सामग्री और लो-रडार क्रॉस सेक्शन (RCS) लक्ष्यों जैसे हवाई खतरों का आकलन एवं कार्रवाई करके हवाई खतरों के खिलाफ 1000-2000 वर्ग किमी. के क्षेत्र की स्वायत्त रूप से रक्षा करने की क्षमता है।
- यह न केवल रक्षा ठिकानों को सुरक्षा प्रदान करेगा बल्कि उन्नत हथियारों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं जैसे रैखिक बुनियादी ढाँचे के लिये फायदेमंद होगा।
- S-400 ट्रायम्फ मिसाइल प्रणाली:
- S-400 ट्रायम्फ रूस द्वारा डिज़ाइन किया गया एक मोबाइल, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) प्रणाली है। यह दुनिया में सबसे खतरनाक परिचालन रूप से तैनात आधुनिक लंबी दूरी की SAM (MLR SAM) में से एक है, जिसे अमेरिका द्वारा विकसित टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम (THAAD) से काफी उन्नत माना जाता है।
- यह प्रणाली 30 किमी. तक की ऊँचाई पर 400 किमी. की सीमा के भीतर विमान, मानव रहित हवाई वाहन (UAV) और बैलिस्टिक तथा क्रूज़ मिसाइलों सहित सभी प्रकार के हवाई लक्ष्यों को निशाना बना सकती है।
- यह प्रणाली 100 हवाई लक्ष्यों को ट्रैक कर सकती है और उनमें से छह को एक साथ निशाना बना सकती है।
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UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. दक्षिण-पश्चिम एशिया का निम्नलिखित में से कौन-सा एक देश भूमध्यसागर तक नहीं फैला है? (2015) (a) सीरिया उत्तर: (b) मेन्स:प्रश्न. 'आवश्यकता से कम नगदी, अत्यधिक राजनीति ने यूनेस्को को जीवन-रक्षण की स्थिति में पहुँचा दिया है।' अमेरिका द्वारा सदस्यता परित्याग करने और सांस्कृतिक संस्था पर 'इजरायल विरोधी पूर्वाग्रह' होने का दोषारोपण करने के प्रकाश में इस कथन की विवेचना कीजिये। (2019) प्रश्न. “भारत के इज़रायल के साथ संबंधों ने हाल ही में एक ऐसी गहराई और विविधता हासिल की है, जिसकी पुनर्वापसी नहीं की जा सकती है।” विवेचना कीजिये। (2018) |