इस्लामिक स्टेट-खुरासान | 04 Apr 2024
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में मॉस्को के क्रोकस सिटी हॉल में एक आतंकवादी हमले से 137 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई जिससे इस्लामिक स्टेट (IS) के पुनः प्रभुत्वशाली होने और आतंकवाद संबंधी इसकी बढ़ती क्षमताओं के संबंध में चिंताएँ फिर से बढ़ गई हैं।
- विशेषज्ञों के अनुसार यह हमला संभवतः इस्लामिक स्टेट की अफगानिस्तान-पाकिस्तान शाखा IS खुरासान (IS-K) द्वारा किया गया था।
इस्लामिक स्टेट-खुरासान (IS-K) क्या है?
- IS-K:
- IS-K, इस्लामिक स्टेट (IS) की अफगानिस्तान स्थित शाखा है जो ईरान के करमान में हुए दो बम धमाकों सहित हाल के हमलों के लिये ज़िम्मेदार है।
- इसकी स्थापना वर्ष 2015 में अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में की गई। IS-K में मध्य एशिया के आतंकवादी शामिल हैं और अगस्त 2021 में तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद यह प्रभुत्वशाली हुआ।
- IS-K अफगानिस्तान के शिया अल्पसंख्यकों को निशाना बनाता है और मध्य एशिया तथा अफगानिस्तान के ताज़िक एवं उज़्बेक अल्पसंख्यकों के कट्टरपंथी युवाओं को अपने संगठन में शामिल करता है।
- IS-K मध्य एशियाई, अफगानों तथा पाकिस्तानियों के बीच भर्ती के लिये रूसी विरोधी एवं ईरानी विरोधी प्रचार का उपयोग करता है।
- अफगानिस्तान तथा पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों में भू-राजनीतिक अस्थिरता IS-K को फिर से संगठित होने एवं हमले शुरू करने हेतु उर्वर ज़मीन प्रदान करती है।
- रूस के लिये सुरक्षा चुनौतियाँ:
- हज़ारों मध्य एशियाई प्रवासी मज़दूरों की मेज़बानी करने वाले रूस को IS-K की गतिविधियों के कारण गंभीर सुरक्षा चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
- रूस पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाने तथा IS-K के पुनरुत्थान को बढ़ावा देने वाले मूल कारणों का समाधान करने का दबाव भी है।
इस्लामिक स्टेट:
- इस्लामिक स्टेट (IS) जिसे इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) तथा इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड द लेवेंट (ISIL) के नाम से भी जाना जाता है, एक सलाफी-जिहादी आतंकवादी संगठन है।
- यह एक अंतर्राष्ट्रीय सुन्नी विद्रोही समूह है जो मुख्य रूप से पश्चिमी इराक एवं पूर्वी सीरिया में सक्रिय है जो इराक तथा सीरिया में इस्लामी विद्रोह के साथ इसे एक वैश्विक सलाफी-जिहादी आंदोलन बनाना चाहता है।
- IS ने भारत में एक "प्रांत" की स्थापना का दावा किया जिसे "विलायाह ऑफ हिंद" कहा जाता है।
- विधिविरुद्ध क्रिया-कलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 के तहत भारत में ISIS को एक गैरकानूनी संगठन की मान्यता दी गई है। केंद्र सरकार ने ISIS को इस अधिनियम की पहली अनुसूची में शामिल किया है।
पाकिस्तान में प्रमुख भारत-केंद्रित आतंकवादी संगठन
नाम |
गठन |
FTO डिज़ाइन-एशन |
परिचय |
गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के अनुसार भारत में स्थिति |
लश्कर-ए-तैयबा (LET) |
1980 के दशक के अंत में |
वर्ष 2001 |
मुंबई में वर्ष 2008 के प्रमुख हमलों और साथ ही कई अन्य हाई-प्रोफाइल हमलों के लिये ज़िम्मेदार। |
प्रतिबंधित |
जैश-ए-मोहम्मद(JEM) |
वर्ष 2000 |
वर्ष 2001 |
LET के साथ मिलकर यह वर्ष 2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले के लिये ज़िम्मेदार था। |
प्रतिबंधित |
हरकत-उल जिहाद इस्लामी (HUJI) |
वर्ष 1980 |
वर्ष 2010 |
प्रारंभ में इसका गठन सोवियत सेना से लड़ने के लिये किया गया था, बाद में इसने भारत की ओर अपने प्रयासों को पुनर्निर्देशित किया। अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश तथा भारत में सक्रिय है और कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाने की मांग कर रहा है। |
प्रतिबंधित |
हरकत-उल-मुजाहिदीन (HUM) |
वर्ष 1985 |
वर्ष 1997 |
मुख्य रूप से पाक-अधिकृत कश्मीर और कुछ पाकिस्तानी शहरों से संचालित होता है। |
प्रतिबंधित |
हिज्बुल मुजाहिदीन |
वर्ष 1989 |
वर्ष 2017 |
पाकिस्तान की सबसे बड़ी इस्लामी राजनीतिक पार्टी की आतंकवादी शाखा तथा जम्मू-कश्मीर में सक्रिय सबसे बड़े और सबसे पुराने आतंकवादी समूहों में से एक है। |
प्रतिबंधित |
अल कायदा |
वर्ष 1988 |
वर्ष 1999 |
यह मुख्य रूप से कराची एवं अफगानिस्तान में पूर्व संघीय प्रशासित जनजातीय क्षेत्रों से संचालित होता है। |
प्रतिबंधित |
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्षप्रिलिम्सप्रश्न. भारत-चीन संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास 'हैंड-इन-हैंड 2019' का 8वाँ संस्करण किस राष्ट्र में आयोजित किया गया था? (2008) (a) चीन उत्तर: (a) |