IREDA को मिला नवरत्न का दर्जा | 01 May 2024
स्रोत: लाइव मिंट
भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्था (Indian Renewable Energy Development Agency- IREDA) ने लोक उद्यम विभाग (Department of Public Enterprises) से 'नवरत्न' का दर्जा प्राप्त कर एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
- इरेडा (IREDA) की स्थापना वर्ष 1987 में एक गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान के रूप में की गई थी, यह नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (Ministry of New and Renewable Energy) के अधीन कार्य करता है तथा नवीकरणीय ऊर्जा/अक्षय ऊर्जा स्रोतों से संबंधित परियोजनाओं को प्रोत्साहित करता है व उनका विकास करता है।
- नवरत्न विशेषाधिकार: नवरत्न का दर्जा प्राप्त कंपनियाँ केंद्रीय प्राधिकरण की मंज़ूरी के बिना 1,000 करोड़ रुपए तक का निवेश कर सकती हैं, प्रति वर्ष निवल मूल्य का 30% आवंटित कर सकती हैं तथा संयुक्त उद्यम एवं विदेशी सहायक कंपनियों में भागीदारी कर सकती हैं।
- अर्हता मानदंड: नवरत्न का दर्जा प्राप्त करने के लिये कंपनियों को मिनीरत्न श्रेणी-I का दर्जा प्राप्त होना चाहिये तथा CPSE की अनुसूची ‘A’ में सूचीबद्ध होना चाहिये।
CPSEs का वर्गीकरण |
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श्रेणी |
शुरुआत |
मानदंड |
उदाहरण |
महारत्न |
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नवरत्न |
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मिनीरत्न |
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श्रेणी-1: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, एंट्रिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड, आदि। श्रेणी-2: भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (ALIMCO ), भारत पंप्स एंड कंप्रेसर्स लिमिटेड (BPCL), आदि। |
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