रैपिड फायर
विश्व मिर्गी दिवस
- 12 Feb 2025
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स्रोत: पी.आई.बी
विश्व मिर्गी दिवस ( फरवरी के दूसरे सोमवार) के अवसर पर दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग (DEPwD) केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने देश भर में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये।
- राष्ट्रीय मिर्गी दिवस (भारत) 17 नवंबर को मनाया जाता है।
मिर्गी (एपिलेप्सी)
- मिर्गी: मिर्गी एक दीर्घकालिक मस्तिष्क से जुड़ी एक बीमारी है, जो मस्तिष्क में असामान्य विद्युतीय गतिविधियों के कारण होती है। जिसके परिणामस्वरूप दौरे आते हैं, जो अनैच्छिक गति और बेहोशी के छोटे झटके होते हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे एक तंत्रिका संबंधी विकार के रूप में मान्यता दी है।
- कारण: लगभग 50% मामलों में इस बीमारी का कोई पहचान योग्य कारण नहीं होता है। हालाँकि, यह आनुवंशिकी, मस्तिष्क की चोट, संक्रमण, स्ट्रोक, ट्यूमर से जुडी हुई है।
- लक्षण: यह अलग-अलग प्रकार का होता है, कुछ लोग चेतना खो देते हैं, कुछ लोग शून्य भाव से देखते रहते हैं, जबकि कुछ को ऐंठन (झटकों की गति) का अनुभव होता है।
- उपचार के विकल्प:
- मिर्गी के लिये प्रथम-पंक्ति उपचार में एंटी-सीजर्स मेडिसिन शामिल हैं, जबकि कीटोजेनिक आहार (उच्च वसा, कम कार्बोहाइड्रेट) एंटी-सीजर्स के लिये प्रभावी है।
- दौरे संबंधी बीमारी को रोकने के लिये शल्य चिकित्सा प्रक्रियाओं में कॉरपस कॉलोसोटॉमी या दौरे से प्रभावित मस्तिष्क क्षेत्र को हटाना शामिल है।
- DBS ब्रेन इम्प्लांट: दौरे से जुड़े विशिष्ट मस्तिष्क क्षेत्रों में इलेक्ट्रोड युक्त एक चिकित्सा उपकरण का प्रत्यारोपण किया जाता है।
- वैश्विक संदर्भ: विश्व में 50 मिलियन लोग मिर्गी से पीड़ित हैं, जिनमें से 80% निम्न और मध्यम आय वाले देशों में हैं।
- उचित निदान और समय पर उपचार से 70% मामलों का प्रबंधन किया जा सकता है, जिससे दौरे से मुक्त जीवन संभव हो सकता है।
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