सिक्किम में भारत का प्रथम जैविक मत्स्य पालन क्लस्टर | 08 Jan 2025
स्रोत: TH
मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) के अंतर्गत सिक्किम के सोरेंग ज़िले में भारत के प्रथम जैविक मत्स्यपालन क्लस्टर की शुरुआत की है।
- जैविक मत्स्य पालन क्लस्टर: इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर पर्यावरण के प्रति जागरूक बाज़ारों के लिये एंटीबायोटिक, रसायन और कीटनाशक मुक्त जैविक मछली का उत्पादन करना है।
- यह पहल संधारणीय जलीय कृषि और पारिस्थितिक रूप से स्वस्थ मछली पालन प्रणाली को प्रोत्साहित करती है तथा जलीय पारिस्थितिकी तंत्र में होने वाले प्रदूषण तथा नुक्सान से बचाती है।
- राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) आवश्यक मत्स्य पालन इंफ्रास्ट्रक्चर और क्षमता निर्माण के लिये वित्तीय एवं तकनीकी सहायता प्रदान करने के अलावा, राज्य में मछुआरों की सहकारी समितियों को शामिल करके तथा मत्स्य पालन आधारित किसान उत्पादक संगठनों (FFPO) के गठन के माध्यम से जैविक क्लस्टर के विकास में सहायता करेगा।
- सिक्किम एक जैविक राज्य: सिक्किम भारत का पहला पूर्णतः जैविक राज्य बन गया है, जहाँ 75,000 हेक्टेयर भूमि को राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत प्रमाणित जैविक पद्धतियों में परिवर्तित कर दिया गया है।
- PMMSY: इसका उद्देश्य 20,050 करोड़ रुपए के निवेश के साथ संधारणीय प्रथाओं के माध्यम से मत्स्य पालन क्षेत्र का विकास करना है।
- यह योजना मछुआरों तथा मछली किसानों के कल्याण को सुनिश्चित करते हुए मछली उत्पादन, इंफ्रास्ट्रक्चर और विपणन को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करती है।
- यह योजना मत्स्य विभाग द्वारा वित्त वर्ष 2020-21 से वित्त वर्ष 2024-25 तक पूरे भारत में कार्यान्वित की जा रही है।
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