भारत ने 2025 का पहला खो-खो विश्व कप जीता | 21 Jan 2025

स्रोत: द हिंदू

भारत ने पहली बार आयोजित खो-खो विश्व कप 2025 के फाइनल में नेपाल को हराकर पुरुष और महिला दोनों खो-खो विश्व चैंपियन खिताब जीता।

  • खो-खो विश्व कप 2025: इस टूर्नामेंट को भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) का समर्थन प्राप्त था, इसमें दोनों डिवीजनों (पुरुष और महिला) के लिये ग्रुप चरण और नॉकआउट शामिल थे।
  • खो-खो का ऐतिहासिक महत्व: यह भारत के सबसे पुराने पारंपरिक टैग खेलों में से एक है, ऐसा माना जाता है कि इसका विकास महाभारत के युद्ध प्रारूप चक्रव्यूह से हुआ है, जो खो-खो के रिंग खेल के समान एक रक्षात्मक रणनीति है।
    • विशेषज्ञों का मानना ​​है कि खो-खो की शुरुआत महाराष्ट्र में हुई थी और इसे शुरू में रथों पर खेला जाता था। आधुनिक फुट संस्करण प्रथम विश्व युद्ध के दौरान वर्ष 1914 में सामने आया, जब पुणे के डेक्कन जिमखाना क्लब ने अपने नियमों और संरचना को औपचारिक रूप दिया।
    • खो-खो टीम में 9 सक्रिय खिलाड़ी होते हैं, जिसमें 3 विकल्प उपलब्ध होते हैं। खिलाड़ी बारी-बारी से विरोधियों का पीछा करते हैं, बचाव करते हैं और टैग करते हैं।
    • खो-खो का प्रदर्शन वर्ष 1936 के बर्लिन ओलंपिक में कबड्डी और मल्लखंब जैसे अन्य स्वदेशी भारतीय खेलों के साथ किया गया था।
  • बढ़ती लोकप्रियता: खो-खो की वैश्विक पहुँच वर्ष 2020 में 6 देशों से बढ़कर वर्ष 2025 में 55 हो गई है। अंतर्राष्ट्रीय खो-खो महासंघ (IKKF) का लक्ष्य वर्ष 2036 तक 90 देशों तक विस्तार कर ओलंपिक में शामिल करना है।

और पढ़ें: वर्ष 2036 के ओलंपिक की मेज़बानी के लिये भारत का आशय पत्र