रैपिड फायर
भारत की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रवृत्तियाँ
- 28 Mar 2024
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स्रोत: द हिंदू
वित्त मंत्रालय ने भारत के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए एक व्यापक समीक्षा जारी की है, जिसमें गिरावट और आशाजनक संभावनाओं दोनों का पता चलता है।
- सत्र 2023-24 के प्रारंभिक दस महीनों में भारत का निवल FDI प्रवाह लगभग 31% गिरकर 25.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
- वर्ष 2023 में कुल मिलाकर वैश्विक FDI प्रवाह 3% बढ़कर अनुमानित 1.4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया, लेकिन आर्थिक अनिश्चितता एवं उच्च ब्याज दरों के कारण विकासशील देशों में प्रवाह 9% गिर गया।
- जबकि वर्ष 2024 में वैश्विक FDI प्रवाह में मामूली वृद्धि का अनुमान है, भू-राजनीतिक तनाव, उच्च ऋण स्तर और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं सहित बड़े जोखिम बने हुए हैं।
- भारत का लगभग 65% FDI इक्विटी प्रवाह सेवाओं, दवा और फार्मास्यूटिकल्स, निर्माण (बुनियादी ढाँचे की गतिविधियों) एवं गैर-पारंपरिक ऊर्जा क्षेत्रों में देखा गया।
- भारत में कुल FDI इक्विटी प्रवाह में नीदरलैंड, सिंगापुर, जापान, अमेरिका और मॉरीशस का योगदान लगभग 70% था।
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