रैपिड फायर
भारत की 10 वर्षीय कॉफी विकास योजना
- 21 Nov 2024
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स्रोत: द हिंदू
भारतीय कॉफी बोर्ड ने वर्ष 2034 तक देश के कॉफी उत्पादन और निर्यात को दोगुना करने के लक्ष्य के साथ 10-वर्षीय रोडमैप लॉन्च किया है।
- 10-वर्षीय कॉफी विकास योजना की मुख्य विशेषताएँ: कॉफी बोर्ड ने उत्पादकों को समर्थन देने और बाज़ार में उपस्थिति बढ़ाने के लिये 100 किसान उत्पादक संगठन (FPO) स्थापित करने की योजना बनाई है।
- इस योजना का उद्देश्य निर्यात के लिये विशेष कॉफी उगाने हेतु 10,000 छोटे किसानों की पहचान करना है, ताकि वे प्रीमियम मूल्यों पर कॉफी बेच सकें।
- इसका उद्देश्य 10,000 कॉफी कियोस्क स्थापित करना है, जिनका प्रबंधन ज्यादातर महिला उद्यमियों द्वारा किया जाएगा, ताकि घरेलू कॉफी की खपत को प्रति व्यक्ति 107 ग्राम से बढ़ाकर 250 ग्राम किया जा सके।
- इसका लक्ष्य वर्ष 2024-25 में कॉफी उत्पादन को 3.7 लाख टन से लगभग तीन गुना बढ़ाकर वर्ष 2047 तक 9 लाख टन करना है।
- भारत में कॉफ़ी: भारत में दो तरह की कॉफी पैदा होती है, अरेबिका और रोबस्टा, जिसमें कर्नाटक सबसे बड़ा उत्पादक है। 2022-2023 में, यह 8वाँ सबसे बड़ा कॉफ़ी उत्पादक बन गया। अगस्त 2024 तक, कॉफी निर्यात 1.19 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुँच गया।
- भारतीय कॉफी बोर्ड: यह कॉफी अधिनियम, 1942 के तहत गठित एक वैधानिक संगठन है, और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करता है। इसका मुख्यालय बंगलूरू में है।
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