भारत और ITU द्वारा मेज़बान देश समझौते पर हस्ताक्षर | 04 Mar 2022
हाल ही में केंद्रीय संचार मंत्री और अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (International Telecommunication Union-ITU) के महासचिव द्वारा मेज़बान देश समझौते ( Host Country Agreement- HCA) पर हस्ताक्षर किये गए। इसके तहत नई दिल्ली में ITU के क्षेत्रीय कार्यालय और नवाचार केंद्र की स्थापना की जाएगी।
- भारत में विकसित 5जीआई (5Gi) मानकों को आईटीयू ने 5जी के लिये तीन तकनीकों में से एक के रूप में स्वीकार किया है।
- 5Gi एक स्थानीय रूप से डिज़ाइन किया गया दूरसंचार नेटवर्क है जिसे IIT हैदराबाद द्वारा डिज़ाइन किया गया है।
यह समझौता किस बारे में है?
- यह समझौता क्षेत्रीय कार्यालय की स्थापना और संचालन हेतु कानूनी एवं वित्तीय ढाँचा प्रदान करता है।
- नई दिल्ली में स्थापित आईटीयू का एरिया ऑफिस और इनोवेशन सेंटर दक्षिण एशियाई देशों जैसे- अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, ईरान, मालदीव, नेपाल, श्रीलंका और भारत को अपनी सेवाएँ प्रदान करेगा।
- इन क्षेत्रीय कार्यालयों में एक नवोन्मेष केंद्र भी होगा, जिससे दक्षिण एशिया में दूरसंचार प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान एवं विकास को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।
अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ:
- अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (International Telecommunication Union- ITU) सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के लिये संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है।
- इसे संचार नेटवर्क में अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी की सुविधा के लिये वर्ष 1865 में स्थापित किया गया। इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में है।
- यह वैश्विक रेडियो स्पेक्ट्रम और उपग्रह की कक्षाओं को आवंटित करता है, तकनीकी मानकों को विकसित करता है ताकि नेटवर्क एवं प्रौद्योगिकियों को निर्बाध रूप से आपस में जोड़ा जा सके ताकि दुनिया भर में कम सेवा उपलब्धता वाले समुदायों के लिये ICT तक पहुँच में सुधार करने का प्रयास किया जाए।
- ITU में वर्तमान में 193 देश और 900 से अधिक निजी क्षेत्र की संस्थाएँ एवं शैक्षणिक संस्थान सदस्य हैं।
- इससे पहले भारत को 4 साल के कार्यकाल के लिये (वर्ष 2019 से 2022 तक) ITU परिषद का सदस्य चुना गया था। भारत वर्ष 1952 से एक नियमित सदस्य बना हुआ है।
- ITU का महत्त्वपूर्ण प्रकाशन ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी इंडेक्स (GCI) है। वर्ष 2020 के सूचकांक में भारत 10वें स्थान पर था।