हैज़ा के प्रकोप की रोकथाम हेतु भारत ने जाम्बिया को सहायता प्रदान की | 19 Feb 2024
स्रोत: द हिंदू
भारत ने हैज़ा के प्रकोप का सामना कर रहे जाम्बिया को चिकित्सा और सामग्री सहायता प्रदान की।
- भारत ने जाम्बिया को जल शोधन आपूर्ति, क्लोरीन टैबलेट और ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ORS) पाउच की सहायता प्रदान की।
- हैज़ा एक तीव्र डायरिया संक्रमण है जो विब्रियो कॉलेरी जीवाणु से दूषित भोजन अथवा पानी के सेवन से होता है।
- यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिये एक वैश्विक खतरा है तथा असमानता और सामाजिक विकास का अभाव दर्शाता है।
- शोधकर्त्ताओं के अनुसार प्रत्येक वर्ष हैज़ा के 1.3 से 4.0 मिलियन मामले दर्ज किये जाते हैं और इसके कारण विश्व भर में 21,000 से 1,43,000 मौतें होती हैं।
- संक्रमित लोगों में से अधिकांश लोग लक्षण रहित होते हैं अथवा नाम मात्र लक्षण होते हैं तथा ORS से उनका सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है।
- वर्तमान में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के तीन प्री-क्वालिफाइड ओरल हैज़ा वैक्सीन (OCV) मौजूद हैं जिनमें डुकोरल, शंचोल और यूविचोल शामिल हैं। पूर्ण रूप से निदान के लिये तीनों टीकों की दो खुराक की सेवन की आवश्यकता होती है।
और पढ़ें…