एशिया का तीसरा सबसे शक्तिशाली देश भारत | 01 Oct 2024
स्रोत: पीआईबी
एशिया पावर इंडेक्स, 2024 के अनुसार, भारत जापान को पीछे छोड़ते हुए तीसरी सबसे बड़ी शक्ति बन गया है, जो इसकी बढ़ती भू-राजनीतिक हैसियत को दर्शाता है। यह उपलब्धि भारत के सक्रिय विकास, युवा आबादी और तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के तहत हासिल हुई है, जिसने इस क्षेत्र में एक अग्रणी शक्ति के रूप में इसकी स्थिति को मज़बूत किया है।
भारत के उदय के पीछे के मुख्य कारक:
- आर्थिक विकास: भारत ने महामारी के बाद बड़े स्तर पर आर्थिक सुधार प्रदर्शित किए हैं, जिससे इसकी आर्थिक क्षमता में 4.2 अंकों की वृद्धि हुई है।
- भविष्य की संभावना: भारत के भविष्य के संसाधनों के स्कोर में 8.2 अंकों की वृद्धि हुई है, जो संभावित जनसांख्यिकीय लाभांश का संकेत है।
- कूटनीतिक प्रभाव: भारत की गुटनिरपेक्ष रणनीतिक स्थिति से जटिल अंतर्राष्ट्रीय जलक्षेत्रों में प्रभावी रूप से नौवहन करना संभव हुआ है। वर्ष 2023 में कूटनीतिक संवादों के मामले में भारत छठे स्थान पर रहा, जिससे बहुपक्षीय मंचों में इसकी सक्रिय भागीदारी का पता चलता है।
एशिया में भारत की भूमिका:
- एशिया में भारत का बढ़ता प्रभाव उसके संसाधन आधार और रणनीतिक स्वायत्तता से प्रेरित है। निरंतर आर्थिक विकास और बढ़ते कार्यबल के साथ, भारत आने वाले वर्षों में अपने प्रभाव का विस्तार करने के लिये (विशेष रूप से, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में) अच्छी स्थिति में है।
एशिया पावर इंडेक्स:
- लोवी इंस्टीट्यूट द्वारा वर्ष 2018 में लॉन्च किया गया एशिया पावर इंडेक्स, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पावर की स्थिति का एक वार्षिक माप है। यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र के 27 देशों का मूल्यांकन करता है,
- वर्ष 2024 का संस्करण इस क्षेत्र में पावर डिस्ट्रीब्यूशन का अब तक का सबसे व्यापक मूल्यांकन प्रस्तुत करता है।
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