रैपिड फायर
ICMR की 'वर्ल्ड फर्स्ट चैलेंज' फॉर इनोवेशन पहल
- 06 Dec 2024
- 2 min read
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने “वर्ल्ड फर्स्ट चैलेंज” नामक पहल की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य संबंधी ज्वलंत मुद्दों के लिये नवीन समाधानों को प्रोत्साहित करना है।
- इस पहल का उद्देश्य नवीन, विशिष्ट विचारों को बढ़ावा देना तथा टीके, औषधियों और निदान समेत महत्त्वपूर्ण स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों की खोज और विकास को बढ़ावा देना है ।
- प्रस्तावों में साहसिक, प्रभावशाली वैश्विक स्वास्थ्य अनुसंधान संबंधी अवधारणाओं की आवश्यकता है, न कि 'संवृद्धिशील नवाचार' या 'प्रक्रियात्मक नवाचार'। उच्च जोखिम, उच्च पारितोषिक संबंधी चुनौतियों का लक्ष्य संभावित विफलताओं के बावज़ूद क्रांतिकारी जैव चिकित्सा में सफलताएँ प्राप्त करना है।
- यह प्रस्ताव किसी एक या एक से अधिक संस्थानों के व्यक्तियों या टीमों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है, जिसका मूल्यांकन विशेषज्ञों की एक चयन समिति द्वारा किया जाएगा।
- हाल ही में ICMR ने अपने 'फेज 1 क्लिनिकल ट्रायल फॉर नेटवर्क' के अंतर्गत समझौतों को औपचारिक रूप दिया है, जिसमें मल्टीपल मायलोमा और जीका वायरस जैसी विभिन्न बीमारियों के लिये उपचार विकसित करने के लिये सहयोग शामिल है।
- इस पहल का उद्देश्य भारत को फार्मास्यूटिकल अभिकर्त्ताओं और नवीन स्वास्थ्य समाधानों के नैदानिक विकास में अग्रणी बनाना है।
- ICMR भारत में जैव-चिकित्सा अनुसंधान के निर्माण, समन्वय और संवर्द्धन के लिये सर्वोच्च निकाय है ।
- यह स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoH&FW) के अधीन है।
और पढ़ें: संसद टीवी विशेष: कार टी-सेल थेरेपी