हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट, 2024 | 04 Apr 2024

स्रोत: इंडियन एक्सपेस 

हाल ही में हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट, 2024 जारी की गई। यह रैंकिंग का 13वाँ वर्ष है।

हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट, 2024 से संबंधित प्रमुख निष्कर्ष क्या हैं?

  • सूची के अनुसार 92 अरबपतियों के साथ मुंबई विश्व में अरबपतियों की बढ़ती संख्या के संबंध में शीर्ष राजधानी बन गई है, जिसमें विगत वर्ष से 26 नए अरबपति शामिल हुए हैं और वर्तमान में विश्व में इसका स्थान तीसरा है।
    • एशिया की अरबपतियों की राजधानी के मामले में मुंबई अब बीजिंग से आगे निकल गया है।
  • भारत में वर्ष 2023 के दौरान 94 नए अरबपति शामिल हुए, जो अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर हैं, जिससे कम-से-कम 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कुल संपत्ति वाले अरबपतियों की संख्या 271 हो गई है।
    • रिपोर्ट हाल के दिनों में भारत की बढ़ती आर्थिक प्रमुखता का संकेत देती है।
  • सामूहिक रूप से, इन भारतीय अरबपतियों के पास 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति है, जो कुल वैश्विक अरबपतियों की संपत्ति का 7% है, जो भारत के महत्त्वपूर्ण आर्थिक प्रभाव को उजागर करता है।
  • भारत के अरबपतियों के बीच प्रमुख उद्योगों में 39 व्यक्तियों के साथ फार्मास्यूटिकल्स, 27 के साथ ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स तथा 24 व्यक्तियों के साथ केमिकल्स शामिल हैं। 

वर्ल्ड इनिक्वेलिटी लैब रिपोर्ट 2022-23

  • पेरिस स्थित शोध संगठन, वर्ल्ड इनइक्वलिटी लैब द्वारा हाल ही में जारी एक वर्किंग पेपर में अनुमान लगाया गया है कि 2000 के दशक की शुरुआत से भारत में आर्थिक असमानता काफी बढ़ गई है।
  • "भारत में आय और धन असमानता, वर्ष 1922 से वर्ष 2023: अरबपतियों के  उदय" शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में मौजूदा असमानता ब्रिटिश राज काल से भी अधिक है।
  • भारत के शीर्ष 1% की आय के साथ ही संपत्ति का हिस्सा क्रमशः 22.6% तथा 40.1% है, जो वर्ष 2022-23 में अपने उच्चतम ऐतिहासिक स्तर पर है।
  • भारत के सबसे अमीर 1% लोगों की आय दक्षिण अफ्रीका, ब्राज़ील तथा अमेरिका के लोगों से अधिक है। भारत के सबसे अमीर 1% की औसत संपत्ति 5.4 करोड़ रुपए है, जो देश के औसत आय स्तर से 40 गुना अधिक है।

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प्रिलिम्स:

प्रश्न. ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना में उल्लिखित समावेशी विकास में निम्नलिखित में से कौन-सा एक शामिल नहीं है: (2010)

(a) गरीबी में कमी लाना
(b) रोज़गार के अवसरों का विस्तार करना
(c) पूंजी बाज़ार को मज़बूत बनाना
(d) लैंगिक असमानता में कमी लाना 

उत्तर: C


मेन्स:

प्रश्न. कोविड-19 महामारी से भारत में वर्ग असमानताओं और गरीबी को बढ़ावा मिला है। टिप्पणी कीजिये। (2020)