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भारत में स्ट्रोक या आघात दर में वृद्धि

  • 01 Oct 2024
  • 1 min read

स्रोत: डाउन टू अर्थ 

'द लैंसेट न्यूरोलॉजी' में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन से पता चलता है कि भारत में पिछले तीन दशकों में स्ट्रोक या आघात के मामलों में वृद्धि देखी गई है।

  • स्ट्रोक एक मेडिकल इमरजेंसी है जो मस्तिष्क के किसी हिस्से में रक्त प्रवाह की कमी के कारण होती है। यह संकुचित रक्त वाहिका, रक्तस्राव या रक्त प्रवाह को अवरुद्ध करने वाले रक्त के थक्के के कारण हो सकता है।
  • भारत में वर्ष 2021 में 1.25 मिलियन से अधिक नए स्ट्रोक के मामले सामने आए, जो वर्ष 1990 के 650,000 मामलों की तुलना में 51% की उल्लेखनीय वृद्धि है।
  • भारत में स्ट्रोक की व्यापकता वर्ष 1990 में 4.4 मिलियन से बढ़कर वर्ष 2021 में 9.4 मिलियन हो गई है।
  • वैश्विक स्तर पर भारत का स्ट्रोक के मामले में 10% का योगदान है।

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