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एक सींग वाला गैंडा

  • 19 Feb 2022
  • 5 min read

हाल ही में असम के काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में विश्व प्रसिद्ध ‘एक सींग वाले गैंडे’ (Greater one-Horned) के अवैध शिकार का मामला सामने आया है।

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प्रमुख बिंदु

  • परिचय:
    • गैंडे की कुल पाँच प्रजातियाँ होती हैं- अफ्रीका में सफेद और काले राइनो (White and Black Rhinos in Africa), एक सींग वाले गैंडे (Greater one-Horned), एशिया में जावा और सुमात्रन गैंडे/राइनो (Javan and Sumatran Rhino) की प्रजातियाँ।
    • IUCN की रेड लिस्ट में स्थिति:
      • ब्लैक राइनो: गंभीर रूप से संकटग्रस्त। दोनों अफ्रीकी प्रजातियों में सबसे छोटा।
      • व्हाइट राइनो: खतरे या संकट के करीब। शोधकर्त्ताओं ने इन ‘विट्रो फर्टिलाइज़ेशन’ (IVF) प्रक्रिया का उपयोग करके उत्तरी व्हाइट राइनो का एक भ्रूण बनाया है।
      • एक सींग वाले गैंडे: सुभेद्य।
      • जावा: गंभीर रूप से संकटग्रस्त।
      • सुमात्रन राइनो: गंभीर रूप से संकटग्रस्त।
    • भारत में केवल एक-सींग वाला गैंडा पाया जाता है।
    • एक-सींग वाला गैंडा (भारतीय गैंडा) राइनो प्रजाति में सबसे बड़ा है।
    • इस गैंडे की पहचान एकल काले सींग और त्वचा के सिलवटों के साथ भूरे रंग से होती है।
    • ये मुख्य रूप से घास, पत्तियों, झाड़ियों और पेड़ों की शाखाओं, फल तथा जलीय पौधे की चराई (Graze) करते हैं।
  • आवास:
    • यह प्रजाति इंडो-नेपाल के तराई क्षेत्र, उत्तरी पश्चिम बंगाल और असम तक सीमित है।
    • भारत में गैंडे मुख्य रूप से असम, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में पाए जाते हैं।
    • असम में चार संरक्षित क्षेत्रों (पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य, राजीव गांधी ओरंग नेशनल पार्क, काज़ीरंगा नेशनल पार्क और मानस राष्ट्रीय उद्यान) में 2,640 गैंडे हैं।
      • इनमें से लगभग 2,400 गैंडे काज़ीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिज़र्व (Kaziranga National Park and Tiger Reserve) में हैं।

संरक्षण की स्थिति:

  • IUCN की रेड लिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)।
  • CITES: परिशिष्ट I (इसमें ‘लुप्तप्राय’ प्रजातियों को शामिल किया जाता है, जिनका व्यापार किये जाने के कारण उन्हें और अधिक खतरा हो सकता है।)
  • वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972: अनुसूची-I

खतरा:

  • सींगों के लिये अवैध शिकार
  • पर्यावास की हानि
  • जनसंख्या घनत्व
  • घटती जेनेटिक विविधता

भारत द्वारा संरक्षण के प्रयास:

  • राइनो रेंज़ के पाँच देशों (भारत, भूटान, नेपाल, इंडोनेशिया और मलेशिया) ने इन प्रजातियों के संरक्षण एवं सुरक्षा के लिये न्यू डेल्ही डिक्लेरेशन ऑन एशियन राइनोज़ (The New Delhi Declaration on Asian Rhinos), 2019  पर हस्ताक्षर किये हैं।
  • हाल ही में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) ने देश में सभी गैंडों के लिये डीएनए प्रोफाइल बनाने हेतु एक परियोजना शुरू की है।
  • राष्ट्रीय राइनो संरक्षण रणनीति: इसे वर्ष 2019 में एक-सींग वाले गैंडों के संरक्षण के लिये लॉन्च किया गया था।
  • इंडियन राइनो विज़न 2020: इसे वर्ष 2005 में शुरू किया गया। भारतीय राइनो विज़न 2020 के तहत वर्ष 2020 तक भारतीय राज्य असम में स्थित सात संरक्षित क्षेत्रों में फैले एक सींग वाले गैंडों की आबादी को बढ़ाकर कम-से-कम 3,000 से अधिक करने का एक महत्त्वाकांक्षी प्रयास था।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

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