रैपिड फायर
ग्रे-जोन युद्ध
- 26 Feb 2024
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स्रोत: द हिंदू
रायसीना संवाद- वर्ष 2024 में, भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ सहित सैन्य नेताओं ने दक्षिण चीन सागर और भारत की उत्तरी सीमाओं पर कार्रवाई के कारण ग्रे-ज़ोन युद्ध के तीव्र/प्रबल होने पर चर्चा की।
- ग्रे-ज़ोन युद्ध संघर्ष के एक ऐसे रूप को संदर्भित करता है जिसमें ऐसी कार्रवाइयाँ हैं जो पारंपरिक युद्ध की सीमा से नीचे आती हैं, लेकिन इसका उद्देश्य अस्पष्टता, अस्वीकार्यता और दबाव के माध्यम से रणनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त करना है।
- ग्रे-ज़ोन युद्ध में, विरोधी प्रत्यक्ष युद्ध में शामिल हुए बिना अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये साइबर हमले, आर्थिक ज़बरदस्ती और छद्म संघर्ष जैसी रणनीति अपनाते हैं।
- यह शांति और संघर्ष के बीच की सीमाओं को धुंधला कर देता है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा तथा स्थिरता के लिये बहुत बड़ी चुनौतियाँ उत्पन्न होती हैं।
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