प्रारंभिक परीक्षा
गोलान हाइट्स
- 21 Dec 2024
- 6 min read
स्रोत: डी.डी.न्यूज़
चर्चा में क्यों?
गोलान हाइट्स अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का केंद्र बना हुआ है, क्योंकि इज़रायल ने रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण इस क्षेत्र में अपनी जनसंख्या को दोगुना करने की योजना की घोषणा की है।
गोलान हाइट्स के बारे में मुख्य बिंदु क्या हैं?
- भौगोलिक स्थिति: गोलान हाइट्स दक्षिण-पश्चिमी सीरिया में जॉर्डन नदी घाटी के ऊपरी भाग पर स्थित 1,200 वर्ग किलोमीटर का पहाड़ी क्षेत्र है।
- "गोलान" नाम बाइबिल के शरणस्थल शहर, बाशान में स्थित गोलान से लिया गया है, जिसका उल्लेख बाइबिल में भी किया गया है।
- गोलान पर्वत माउंट हरमोन (उत्तर), यार्मूक नदी (दक्षिण), जॉर्डन नदी और गैलिली सागर (पश्चिम) और सीज़नल वादी अल-रुक्काद (पूर्व) से घिरा हुआ है।
- यह शुष्क क्षेत्र के लिये पानी का एक प्रमुख स्रोत है। गोलान के जलग्रहण क्षेत्र से वर्षा का पानी जॉर्डन नदी में जाता है।
- ऐतिहासिक संदर्भ: वर्ष 1967 के छह दिवसीय युद्ध में इज़रायल ने सीरिया से गोलान हाइट्स के अधिकांश हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया था तथा वर्ष 1973 के युद्ध के दौरान सीरिया द्वारा इसे वापस लेने का प्रयास विफल रहा।
- वर्ष 1974 में इज़रायल और सीरिया ने विघटन समझौते पर हस्ताक्षर किये, जिसके तहत योम किप्पुर युद्ध के बाद युद्ध विराम स्थापित हुआ।
- इस समझौते के परिणामस्वरूप गोलान हाइट्स में युद्ध विराम रेखा की निगरानी के लिये संयुक्त राष्ट्र विघटन पर्यवेक्षक बल (UNDOF) का गठन किया गया।
- इज़रायल ने वर्ष 1981 में इस क्षेत्र पर कब्ज़ा कर लिया था, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस कदम को मान्यता नहीं मिली, हालाँकि अमेरिका ने वर्ष 2019 में इज़राइल की संप्रभुता को स्वीकार कर लिया, लेकिन सीरिया अभी भी इसकी वापसी की मांग कर रहा है।
- वर्ष 1974 में इज़रायल और सीरिया ने विघटन समझौते पर हस्ताक्षर किये, जिसके तहत योम किप्पुर युद्ध के बाद युद्ध विराम स्थापित हुआ।
- सैन्य उपस्थिति: यह क्षेत्र संयुक्त राष्ट्र द्वारा निगरानी वाले विसैन्यीकृत क्षेत्र (DMZ) द्वारा विभाजित है, जिसमें इज़रायल और सीरियाई सेनाएँ "पृथक्करण क्षेत्र" द्वारा अलग हैं, जो वर्ष 1974 के समझौते के तहत स्थापित एक बफर ज़ोन है।
- सैन्य महत्त्व: गोलान हाइट्स को एक महत्त्वपूर्ण सुरक्षा बफर ज़ोन माना जाता है। इस क्षेत्र में इज़राइल की सैन्य उपस्थिति सीरिया और अन्य क्षेत्रीय कारकों से संभावित खतरों के खिलाफ एक निवारक के रूप में कार्य करती है।
- पठार की ऊँची स्थिति के कारण इस क्षेत्र से इज़रायल सीरिया और लेबनान दोनों की गतिविधियों पर निगरानी रख सकता है।
नोट: भारत ने दिसंबर, 2024 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के प्रस्ताव का समर्थन किया, जिसमें इज़रायल से सीरिया के अधिकार वाले गोलान हाइट्स को छोड़ने का आह्वान किया गया था।
- प्रस्ताव में वर्ष 1967 से अधिकार वाले सीरियाई गोलान क्षेत्र में इज़रायली बस्तियों के निर्माण और अन्य गतिविधियों की अवैधता पर ज़ोर दिया गया।
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UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)प्रिलिम्स:प्रश्न 1. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2018)
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-से सही सुमेलित हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (b) प्रश्न. दक्षिण-पश्चिम एशिया का निम्नलिखित में से कौन-सा एक देश भूमध्य सागर तक नहीं फैला है? (2015) (a) सीरिया उत्तर: (b) प्रश्न.'गोलन हाइट्स' के नाम में जाना जाने वाला क्षेत्र निम्नलिखित में से किससे संबंधित घटनाओं के संदर्भ में यदा-कदा समाचारों में दिखाई देता है?(2015) (a) मध्य एशिया उत्तर: (b) प्रश्न. योम किप्पुर युद्ध किन पक्षों/देशों के बीच लड़ा गया था? (2008) (a) तुर्किये और ग्रीस उत्तर: (c) |