ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ग्लाइसेमिक लोड | 16 May 2024
स्रोत: द हिंदू
एक हालिया शोध आहार में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) और ग्लाइसेमिक लोड (GL) के महत्त्व को रेखांकित करता है, विशेषकर टाइप-2 डायबिटीज़ के बढ़ते जोखिम के संदर्भ में।
- ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) भोजन में कार्बोहाइड्रेट की 'गुणवत्ता' को मापता है।
- यह रक्त शर्करा स्तर को बढ़ाने के लिये भोजन के गुणों को संदर्भित करता है।
- तुलना के लिये, ग्लूकोज़ का GI 100 निर्धारित किया गया है तथा अन्य खाद्य पदार्थों का GI इसके प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है।
- ग्लाइसेमिक लोड (GL), इसमें उपभोग किये गए कार्बोहाइड्रेट की मात्रा से गुणा करके प्राप्त किया जाता है।
- GL एक मापक उपकरण के रूप में कार्य करता है, जो मनुष्य द्वारा उपभोग किये गए कार्बोहाइड्रेट की मात्रा पर आधारित है।
- यह अध्ययन भारत और दक्षिण एशिया के लिये महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यहाँ उच्च GI वाले सफेद चावल या गेहूँ के रूप में कार्बोहाइड्रेट की खपत अधिक होती है, जिसके परिणामस्वरूप अत्यधिक मात्रा में GL वाले आहार का सेवन किया जाता है।
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