जिराफ | 20 Oct 2022
लगभग 150 साल पहले, ब्रिटिश उपनिवेशवादी अफ्रीका में अपने अन्य औपनिवेशिक क्षेत्रों से जिराफों को लाए थे।
जिराफ के बारे में मुख्य बिंदु -
- सामान्य:
- शारीरिक विशेषताएंँ:
- जिराफ , (जीनस जिराफ ) अफ्रीका के लंबी गर्दन और खुर वाले स्तनधारियों की चार प्रजातियों में से एक है। लंबे पैरों के साथ इनमें हल्की पृष्ठभूमि पर अनियमित भूरे रंग के पैच होते हैं।
- भूमि पर पाए जाने वाले सभी जानवरों में जिराफ सबसे ऊँचे हैं; नर की ऊँचाई 5.5 मीटर (18 फीट) तक तथा मादा की ऊँचाई लगभग 4.5 मीटर तक होती है।
- लगभग आधे मीटर लंबी प्रीहेंसाइल (पकड़ने वाली) जीभ का उपयोग करके, वे ज़मीन से लगभग छह मीटर की दूरी तक के पत्तों तक पहुँचने में सक्षम हैं।
- जिराफ चार साल की उम्र तक लगभग अपनी पूरी ऊँचाई प्राप्त कर लेते हैं लेकिन इनका वज़न सात या आठ साल की उम्र तक बढ़ता है। नर जिराफ का वज़न 1,930 किलोग्राम, मादा जिराफ का वज़न 1,180 किलोग्राम तक होता है।
- दोनों के पास एक जोड़ी सींग होते हैं, हालाँकि नर जिराफ की खोपड़ी पर हड्डी जैसा कुछ उभार होता है।
- खान-पान की आदतें:
- जिराफ मुख्य रूप से काँटेदार बबूल के पेड़ के नए अंकुर और पत्ते खाना पसंद करते हैं।
- जिराफ अपने भोजन से अधिकांश जल प्राप्त करते हैं, हालाँकि शुष्क मौसम में वे कम-से-कम हर तीन दिन में जल पीते हैं।
- भौगोलिक स्थिति:
- पूर्वी अफ्रीका में घास के मैदानों और खुले जंगलों में जिराफ आमतौर पर देखे जा सकते हैं।
- शारीरिक विशेषताएंँ:
- भारतीय जिराफ:
- भारत में उत्तरी जिराफ (29 व्यक्तिगत जिराफ) की सबसे बड़ी कैप्टिव आबादी कोलकाता के अलीपुर ज़ूलॉजिकल गार्डन में है।
- एक हालिया वंशावली अध्ययन ने पुष्टि की है कि इसमें कम-से-कम नूबियन जिराफ या रॉथचाइल्ड जिराफ होने की सबसे अधिक संभावना है।
- नूबियन जिराफ, जिराफ की उप-प्रजाति है जो पूर्वोत्तर अफ्रीका में हर जगह व्यापक रूप से पाई जाती थी। हालाँकि पिछले 3 दशकों में नूबियन जिराफ की 95% आबादी में गिरावट आई है
- रॉथचाइल्ड, जिराफ की सबसे ऊँची उप-प्रजातियों में से एक है, जिसकी लंबाई 6 मीटर तक होती है। इसका रंग अन्य जिराफों की तुलना में अद्वितीय है क्योंकि इनके शरीर पर बने निशान उनके आधे पैरों तक ही होते हैं।
- IUCN रेड लिस्ट स्थिति:
- नूबियन जिराफ - गंभीर रूप से लुप्तप्राय
- रॉथचाइल्ड जिराफ - लुप्तप्राय
- भारत में उत्तरी जिराफ (29 व्यक्तिगत जिराफ) की सबसे बड़ी कैप्टिव आबादी कोलकाता के अलीपुर ज़ूलॉजिकल गार्डन में है।