नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 16 जनवरी से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली अपडेट्स

रैपिड फायर

फोनियो मिलेट

  • 20 Jan 2025
  • 2 min read

स्रोत: डाउन टू अर्थ 

फोनियो, पश्चिम अफ्रीका (जैसे, घाना) का प्राचीन मिलेट अथवा कदन्न है जो, जलवायु परिवर्तनों के प्रति आघात सहनीयता, सुकर जुताई और जल की न्यूनतम आवश्यकता के साथ अल्प उपजाऊ भूमि में वृद्धि की क्षमता के लिये जाना जाता है।

  • इसकी अनुकूलनशीलता और पोषण मान के कारण इसे प्रायः चमत्कारिक अनाज की संज्ञा दी जाती है।
  • परंपरागत रूप से फोनियो की खेती फुलानी जनजाति द्वारा की जाती है, जो अफ्रीका की सबसे बड़ी घुमंतू जनजाति है।
    • यह अत्यधिक बहु उपयोगी है और इसका उपयोग सलाद, दलिया, पास्ता, ब्रेड में किया जा सकता है या साइड डिश के रूप में परोसा जा सकता है।
    • इसकी खेती शुष्क और अद्ध-शुष्क क्षेत्रों में की जा सकती है और इसकी जल खपत बहुत अधिक नहीं होती है।
  • यह भारतीय कदन्न जैसे सिकिया और रायशान के समान है। सिकिया, बैगा जनजाति का प्रमुख कदन्न है  और इसकी खेती मध्य प्रदेश के कुछ भागों में की जाती है।
  • संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय कदन्न वर्ष घोषित किया गया है। 
    • किसानों द्वारा अल्प लाभ अर्जन के कारण कदन्न उत्पादन को प्राथमिकता नहीं दी जाती है। उदाहरण के लिये, ओडिशा की नियमगिरि पर्वतों में, लाभ अर्जन के कारण कदन्न के स्थान पर अनानास की खेती की जा रही है।

Millets

और पढ़ें: भारत की मिलेट क्रांति

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2