प्रारंभिक परीक्षा
फील्ड्स मेडल 2022
- 08 Jul 2022
- 3 min read
चर्चा में क्यों?
हाल ही में यूक्रेनी गणितज्ञ मैरीना वियाज़ोवस्का ने अन्य तीन गणितज्ञों के साथ प्रतिष्ठित फील्ड्स मेडल प्राप्त किया।
- फील्ड मेडल को अक्सर गणित के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के रूप में वर्णित किया जाता है।
मुख्य विशेषताएंँ:
- परिचय:
- फील्ड्स मेडल प्रत्येक चार वर्ष में 40 वर्ष से कम आयु के एक या एक से अधिक गणितज्ञों को दिया जाता है।
- फील्ड्स मेडल इंटरनेशनल मैथमेटिकल यूनियन (IMU) की अंतर्राष्ट्रीय काॅन्ग्रेस में प्रदान किया जाता है।
- IMU एक अंतर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी और गैर-लाभकारी वैज्ञानिक संगठन है।
- IMU का उद्देश्य गणित के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है।
- IMU एक अंतर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी और गैर-लाभकारी वैज्ञानिक संगठन है।
- फील्ड मेडल उत्कृष्ट गणितीय उपलब्धि और भविष्य की उपलब्धि के वादे के लिये दिया जाता है।
- फील्ड्स मेडल कमेटी को अंतर्राष्ट्रीय गणितीय संघ की कार्यकारी समिति द्वारा चुना जाता है और आमतौर पर इसकी अध्यक्षता IMU अध्यक्ष करता है।
- पृष्ठिभूमि:
- टोरंटो में 1924 के IMU ने एक प्रस्ताव अपनाया कि प्रत्येक सम्मेलन में उत्कृष्ट गणितीय उपलब्धि के लिये दो स्वर्ण पदक प्रदान किये जाएंगे।
- कनाडा के गणितज्ञ प्रो. जे. सी. फील्ड्स, जो वर्ष 1924 के काॅन्ग्रेस के सचिव थे, ने बाद में पदक स्थापित करने हेतु धन दान किया, जो उनके सम्मान में नामित किये गए थे।
- वर्ष 1966 में यह सहमति बनी कि गणितीय अनुसंधान के व्यापक विस्तार के आलोक में प्रत्येक काॅन्ग्रेस में अधिकतम चार पदक दिये जा सकते हैं।
- यह पहली बार वर्ष 1936 में प्रदान किया गया था।
भारतीय मूल के विजेता:
- वर्ष 1936 से फील्ड मेडल से सम्मानित 60 से अधिक गणितज्ञों में से दो भारतीय मूल के हैं:
- प्रिंसटन (2018) में उन्नत अध्ययन संस्थान के अक्षय वेंकटेश।
- प्रिंसटन विश्वविद्यालय (2014) में गणित विभाग के मंजुल भार्गव।