लोथल में उत्खनन स्थल का धसाव | 30 Nov 2024
स्रोत: हिन्दुस्तान टाइम्स
हाल ही में हड़प्पा स्थल लोथल में शोध उत्खनन के दौरान एक शोध छात्रा की उत्खनन स्थल पर मिट्टी धसाव के कारण मृत्यु हो गई।
- लोथल का परिचय: गुजरात के भाल क्षेत्र में स्थित लोथल हड़प्पा सभ्यता के सबसे दक्षिणी स्थलों में से एक है।
- ऐसा माना जाता है कि इसका निर्माण 2200 ई.पू. में हुआ था।
- इसका उत्खनन वर्ष 1954 में एस.आर. राव ने की थी।
- गुजराती में लोथल का अर्थ है “मृतकों का टीला”। ( सिंधी में मोहनजोदड़ो का भी यही अर्थ है)।
- यहाँ विश्व का सबसे प्राचीन ज्ञात गोदीवाड़ा था, जो शहर को साबरमती नदी के प्राचीन मार्ग से जोड़ती थी।
- यह हड़प्पा सभ्यता का एकमात्र बंदरगाह शहर है।
- लोथल को अप्रैल 2014 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामित किया गया था।
- लोथल में एक राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर (NHMC) विकसित किया जा रहा है।
- सुरकोटदा और धोलावीरा गुजरात के अन्य महत्वपूर्ण हड़प्पा स्थल हैं।