डायसन स्फीयर्स | 22 Jul 2024

स्रोत: द हिंदू

डायसन स्फीयर्स (Dyson Spheres) एक काल्पनिक विशाल संरचना है जो किसी तारे के चारों ओर उसकी संपूर्ण ऊर्जा उत्पादन का उपयोग करने के लिये बनाई जाती है।

    • भौतिक विज्ञानी फ्रीमैन डायसन के नाम पर बनाए गए ये ढाँचे तारे की समस्त विकिरण ऊर्जा को एकत्रित करेंगे।
    • डायसन स्फीयर्स का पता लगना तकनीकी रूप से उन्नत एलियन सभ्यता की ओर संकेत हो सकता है, जो संवाद करना पसंद नहीं करती।
    • पृथ्वी को सूर्य से प्रति वर्ग मीटर 1,361 वाट ऊर्जा प्राप्त होती है, जो सूर्य की कुल ऊर्जा उत्पादन 380 बिलियन क्वाड्रिलियन वाट प्रति सेकंड का एक छोटा-सा अंश है।
      • एक डायसन स्फीयर इस सारी ऊर्जा को ग्रहण कर लेगा जो अन्यथा अंतरिक्ष में विकीर्ण हो जाती है।
    • कार्दाशेव स्केल एक सैद्धांतिक ढाँचा है जो किसी सभ्यता की ऊर्जा खपत के आधार पर उसकी तकनीकी प्रगति के स्तर को मापता है।
      • मानवता वर्तमान में कार्दाशेव प्रकार 0.7449 पर है तथा पृथ्वी पर उपलब्ध ऊर्जा का पूर्ण उपयोग नहीं कर पा रही है।

    कार्दाशेव टाइप 

    ऊर्जा खपत (वाट/सेकंड)

    विवरण

    टाइप I

    10^16

    अपने ग्रह पर उपलब्ध समस्त ऊर्जा का उपयोग करता है

    टाइप II

    10^26

    अपने तारे से सारी ऊर्जा प्राप्त करता है

    टाइप III

    10^36

    आकाशगंगा पैमाने पर ऊर्जा का दोहन करता है

    • यद्यपि सैद्धांतिक रूप से यह संभव है, लेकिन डायसन स्फीयर का निर्माण संसाधनों, इंजीनियरिंग और समय के संदर्भ में भारी चुनौतियाँ प्रस्तुत करता है।
    • प्रोजेक्ट हेफेस्टोस जैसी विभिन्न परियोजनाओं ने इंफ्रारेड सर्वेक्षणों से प्राप्त डेटा का उपयोग करके डायसन झुंड की तलाश की है। जबकि कई वस्तुओं की पहचान की गई है, अधिकांश को प्राकृतिक वस्तुओं के रूप में खारिज कर दिया गया है।

    Kardashev_Scale

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