डेंगू | 26 Oct 2023

स्रोत: डाउन टू अर्थ

हाल ही में उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे कुछ राज्यों में डेंगू के मामलों में काफी वृद्धि हुई है।

डेंगू:

  • परिचय:
    • डेंगू एक स्व-सीमित ज्वर संबंधी बीमारी है जिसके लक्षण हल्के से लेकर अत्यधिक गंभीर हो सकते हैं।
    • डेंगू एक मच्छर जनित उष्णकटिबंधीय बीमारी है जो डेंगू वायरस (जीनस फ्लेवीवायरस) के कारण होती है, इसका प्रसार मच्छरों की कई जीनस एडीज़ (Genus Aedes) प्रजातियों, मुख्य रूप से एडीज़ इजिप्टी (Aedes Aegypti) द्वारा होता है। 
  • डेंगू के सीरोटाइप:
    • डेंगू को उत्पन्न करने वाले चार अलग-अलग परंतु आपस में संबंधित सीरोटाइप (सूक्ष्मजीवों की एक प्रजाति के भीतर अलग-अलग समूह जिनमें एक समान विशेषता पाई जाती है) DEN-1, DEN-2, DEN-3 और DEN-4 हैं।
  • लक्षण:
    • अचानक तेज़ बुखार, तेज़ सिर दर्द, आंँखों में दर्द, हड्डी, जोड़ और मांसपेशियों में तेज़ दर्द आदि। 
  • डेंगू की वैक्सीन:
    • वर्ष 2019 में US फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (US Food & Drug Administration) द्वारा डेंगू की वैक्सीन CYD-TDV या डेंगवैक्सिया (CYD-TDV or Dengvaxia) अनुमोदित की गई थी, जो अमेरिका में नियामक मंज़ूरी पाने वाली डेंगू की पहली वैक्सीन थी। 
      • डेंगवैक्सिया मूल रूप से एक जीवित और दुर्बल डेंगू वायरस है जिसकी खुराक 9 से 16 वर्ष की आयु वर्ग के उन लोगों को दी जाती है जिनमें पूर्व में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है  तथा जो संक्रमित क्षेत्रों में रहते हैं। 
    • भारत के नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंस के शोधकर्ताओं ने भारत, अफ्रीका एवं अमेरिका के नौ अन्य संस्थानों के सहयोग से डेंगू बुखार के लिये भारत का पहला और एकमात्र DNA वैक्सीन विकसित किया है।
      • चूहों पर प्रारंभिक परीक्षणों के दौरान इस उम्मीदवार वैक्सीन ने एक मज़बूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न की और बीमारी के संपर्क में आने के बाद जीवित रहने की दर में सुधार हुआ।

DNA वैक्सीन:

  • DNA वैक्सीन एक प्रकार का वैक्सीन है जो DNA के एक सूक्ष्म भाग का उपयोग करती है जो प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को उत्तेजित करने के लिये वायरस या जीवाणु जैसे रोगजनक से एक विशिष्ट एंटीजन (एक अणु जो प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करता है) के लिये कोड करता है।
  • DNA को सीधे शरीर की कोशिकाओं में इंजेक्ट किया जाता है, जहाँ यह कोशिकाओं को एंटीजन का उत्पादन करने का निर्देश देता है।
    • तब प्रतिरक्षा प्रणाली एंटीजन को विदेशी के रूप में पहचानती है और इसके खिलाफ प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करती है, जो रोगजनक के प्रति प्रतिरक्षा विकसित करने में सहायता करती है।
  • DNA वैक्सीन तीसरी पीढ़ी की वैक्सीन हैं।
  • ZyCoV-D दुनिया की पहली और भारत की स्वदेशी तौर पर विकसित DNA आधारित कोविड-19 की वैक्सीन है।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न   

प्रिलिम्स: 

प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2017)

  1. उष्णकटिबंधीय प्रदेशों में ज़ीका वायरस रोग उसी मच्छर द्वारा संचरित होता है जिससे डेंगू संचरित होता है।
  2. ज़ीका वायरस रोग का लैंगिक संचरण होना संभव है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 तथा 2 दोनों
(d) न तो 1 तथा न ही 2

उत्तर: (c)