मेघ प्रस्फोट, भूस्खलन और आकस्मिक बाढ़ | 21 Apr 2025

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

जम्मू-कश्मीर के रामबन तहसील में मूसलाधार वर्षा के कारण कई लोग हताहत हुए, बुनियादी ढाँचे की व्यापक क्षति हुई और आपात में लोगों को स्थानांतरण करना पड़ा। अधिकारियों के अनुसार इस व्यापक विनाश का कारण मेघ प्रस्फोट (बादल का फटना), भूस्खलन और आकस्मिक बाढ़ था।

मेघ प्रस्फोट क्या है?

  • परिभाषा: मेघ प्रस्फोट अथवा बादल फटने का आशय एक ऐसी आकस्मिक, तीव्र वर्षा से है जिसके परिणामस्वरूप एक सीमित क्षेत्र (लगभग 10 वर्ग किमी.) में एक घंटे से भी कम समय में 10 सेमी से अधिक वर्षा होती है।
    • इसके साथ ही ओलावृष्टि और मेघगर्जन की भी संभावना रहती है। पर्वतीय क्षेत्रों विशेष रूप से हिमालय में बादल फटने की घटना सामान्य है।
    • इस घटना की उत्पत्ति की प्रवृत्ति स्थानगत होने के कारण, बादल फटने का पूर्वानुमान करना अथवा उसका पता लगाना कठिन होता है, लेकिन इससे आकस्मिक विध्वंसकारी वर्षा हो सकती है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन की घटना हो सकती है।
  • कारण:
    • पर्वतीय उत्थापन : आर्द्र वायु का किसी पर्वत शृंखला पर उत्थापन होने पर यह घटित होता है। वायु के निरंतर उत्थापन से इसका ठंडा होकर संघनन होना जारी रहता है, जिसके परिणामस्वरूप भीषण वर्षा होती है।
      • चूंकि ये आरोही वायु धाराएँ प्रबल प्रबल होती हैं इसलिये वर्षा होने से पूर्व बारिश की बूँदों का आकार बड़ा हो जाता है। जब ये धाराएँ क्षीण हो जाती हैं, तो संघनित वर्षा  की बूँदों का आकस्मिक पात होता है, जिससे भारी वर्षा होती है।
    • मानसून गतिकी: भारतीय उपमहाद्वीप में, बादल फटने की घटना सामान्यतः मानसून मेघों का बंगाल की खाड़ी या अरब सागर से उत्तर की ओर गमन करने पर होती है, जहाँ ये मेघ मैदानी इलाकों को पार करते हुए हिमालय तक पहुँचते हैं, जिससे प्रति घंटे 75 मिलीमीटर तक वर्षा होती है।
  • उदाहरण: हिमाचल प्रदेश (2024) और उत्तराखंड (2021) में बादल फटने से विध्वंसकारी बाढ़, भूस्खलन और बुनियादी ढाँचे को व्यापक नुकसान हुआ।

Cloudbursts

भूस्खलन क्या है?

  • परिभाषा: भूस्खलन गुरुत्वाकर्षण के कारण ढलान पर चट्टान, मिट्टी या मलबे का नीचे की ओर खिसकना है।
  • प्रकार:
  • कारण: अत्यधिक वर्षा, भूकंप और जल रिसाव जैसे प्राकृतिक कारक ढलानों को कमज़ोर करते हैं, जबकि वनोन्मूलन और निर्माण जैसी मानवीय गतिविधियाँ जोखिम को बढ़ाती हैं। मृदा की संरचना और भूभाग जैसे भूवैज्ञानिक कारक भी ढलान की स्थिरता को प्रभावित करते हैं और भूस्खलन का कारण बन सकते हैं।
  • भूस्खलन प्रवण क्षेत्र: भारत में, 0.42 मिलियन वर्ग किमी (भूमि क्षेत्र का 12.6%) भूस्खलन प्रवण क्षेत्र है, जिसमें उत्तर पूर्व हिमालय, उत्तर पश्चिम हिमालय, पश्चिमी घाट, कोंकण पहाड़ियाँ और पूर्वी घाट सबसे अधिक प्रभावित हैं।
  • उदाहरण: वर्ष 2024 में, वायनाड (केरल) को बड़े पैमाने पर भूस्खलन का सामना करना पड़ा, जबकि वर्ष 2013 केदारनाथ (उत्तराखंड) भूस्खलन के कारण 5,700 से अधिक मौतें हुईं। 
    • अत्यधिक वर्षा और ग्लेशियर के फटने से वर्ष 2021 में चमोली में भूस्खलन हुआ, जिसके कारण व्यापक बाढ़ आई और मौतें हुईं।

Landslide

फ्लैश फ्लड क्या है?

  • परिभाषा: फ्लैश फ्लड तीव्र वर्षा के दौरान या उसके तुरंत बाद जल स्तर में अचानक वृद्धि है। वे अत्यधिक स्थानीयकृत और अल्पकालिक घटनाएँ हैं, जो सामान्यतः वर्षा के 6 घंटे के भीतर घटित होती हैं।
  • कारण: फ्लैश फ्लड मुख्यतः तीव्र वर्षा के कारण होती है, जो मृदा की अवशोषण क्षमता और जल निकासी प्रणालियों को प्रभावित करती है। 
    • अत्यधिक वर्षा के अतिरिक्त, अचानक तापमान वृद्धि, बाँध या तटबंधों के टूटने, हिम या मलबे के जाम होने, तथा हिमनद झीलों के अचानक फटने के कारण तेज़ी से हिम विगलन से भी फ्लैश फ्लड आ सकती है।
    • इसके अतिरिक्त, सड़कों और इमारतों जैसी अभेद्य सतहों वाले शहरीकरण से अपवाह बढ़ता है, जल अवशोषण कम होता है और बाढ़ का खतरा बढ़ता है।
  • उदाहरण: हिमाचल प्रदेश 2023, उत्तराखंड 2013, और मुंबई 2005 में अत्यधिक वर्षा के कारण जान-माल की क्षति हुई।

Urban_Flooding

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रिलिम्स:

प्रश्न. यह संदेह है कि आस्ट्रेलिया में हाल में आयी बाढ़ "ला-नीना" के कारण आयी थी। "ला-नीना" "एल-नीनो" से कैसे भिन्न है? (2011)

  1. ला-नीना विषुवतीय हिंद महासांगर में समुद्र के असाधारण रूप से ठंडे तापमान से चरित्रित होता है, जबकि एल-नीनो विषुवतीय प्रशांत महासागर में समुद्र के असाधारण रूप से गर्म तापमान से चरित्रित होता है।
  2. एल-नीनो का भारत की दक्षिण-पश्चिमी मानसून पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, किंतु ला-नीना का मानसूनी जलवायु पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।

उपर्युक्त में से कौन-सा/कौन-से कथन सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (d)


मेन्स

प्रश्न. हिमालय क्षेत्र तथा पश्चिमी घाटों में भूस्खलनों के विभिन्न कारणों का अंतर स्पष्ट कीजिये। (2021) 

प्रश्न. "हिमालय भूस्खलनों के प्रति अत्यधिक प्रवण है।" कारणों की विवेचना कीजिये तथा अल्पीकरण के उपयुक्त उपाय सुझाइए। (2016)