बटरफ्लाई माइन | 13 Aug 2022
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन में चल रहे युद्ध के अपने इंटेलिजेंस असेसमेंट में डोनेट्स्क और क्रामाटोर्स्क में रूसी सेना द्वारा PFM-1 शृंखला 'बटरफ्लाई माइन' के संभावित उपयोग को लेकर चिंता व्यक्त की है।
इंटेलिजेंस असेसमेंट
- रूस ने डोनबास (डोनेट्स्क और लुहान्स्क) में अपनी रक्षात्मक सीमाओं के साथ स्वतंत्र संचलन को रोकने के लिये एंटी-पर्सनल माइंस को तैनात किया है।
- इन माइंस में व्यापक स्तर पर सैन्य और स्थानीय नागरिक आबादी के हताहत होने की क्षमता है।
- रूस ने डोनेट्स्क और क्रामाटोर्स्क में संभवतः PFM-1 और PFM-1S के योग्य एंटी-कार्मिक माइंस के नियोजन का प्रयास किया है।
- PFM-1 और PFM-1S को आमतौर पर 'बटरफ्लाई माइन’ या 'ग्रीन पैरट' के रूप में जाना जाता है।
- यह नाम माइंस के आकार और रंग के आधार पर रखे गए हैं।
- PFM-1 और PFM-1S को आमतौर पर 'बटरफ्लाई माइन’ या 'ग्रीन पैरट' के रूप में जाना जाता है।
बटरफ्लाई माइन:
- परिचय:
- यह अत्यंत संवेदनशील एंटी-पर्सनल बारूदी सुरंग है।
- 5 किलो का एक प्रयुक्त पेलोड, खदान में विस्फोट करने के लिये पर्याप्त है।
- छोटे बच्चों के लिये भी यह बेहद खतरनाक है।
- PFM-1 और PFM-1S के बीच बड़ा अंतर यह है कि PFM-1S एक स्व-विनाशक तंत्र है जो 1 से 40 घंटों के भीतर सक्रिय हो जाता है।
- उपयोग:
- इन्हें हेलीकॉप्टरों से या तोपखाने और मोर्टार के गोले का उपयोग करके बैलिस्टिक प्रसार की भाँति गिराया जा सकता है।
- ये बिना विस्फोट किये धरातल पर गिरते हैं और धरातल के संपर्क में आने से विस्फोट करते हैं।
- इन्हें हेलीकॉप्टरों से या तोपखाने और मोर्टार के गोले का उपयोग करके बैलिस्टिक प्रसार की भाँति गिराया जा सकता है।
- खोज:
- इन माइंस का पता लगाना मुश्किल होता है क्योंकि ये प्लास्टिक से बनी होती हैं और इन्हें मेटल डिटेक्टर से नहीं ढूंँढा जा सकता है।
- तकनीकी विनिर्देश:
- ये पॉलीथीन प्लास्टिक से बनाये जाते हैं और इनमें विंग्स के समान संरचना होती हैं, जिसका एक भाग दूसरे भाग की अपेक्षा भारी होता है।
- भारी भाग मुख्य फ्यूज़ के लिये दबाव सक्रियण है जो केंद्रीय निकाय में निहित होता है।
- ये पॉलीथीन प्लास्टिक से बनाये जाते हैं और इनमें विंग्स के समान संरचना होती हैं, जिसका एक भाग दूसरे भाग की अपेक्षा भारी होता है।
- एंटी-पर्सनल माइंस पर कन्वेंशन:
- लैंड माइंस पर अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन द्वारा एंटी-पर्सनल माइंस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है लेकिन रूस और यूक्रेन इसके हस्ताक्षरकर्त्ता नहीं हैं।
- कुछ पारंपरिक हथियारों के कन्वेंशन ऑन लैंड माइंस प्रोटोकॉल के लिये वर्ष 1996 का संशोधित प्रोटोकॉल II है, जिस पर रूस और यूक्रेन हस्ताक्षरकर्त्ता हैं।