बर्मागोम्फस चौकुलेंसिस | 21 Jun 2022
हाल ही में केरल राज्य में एक दुर्लभ ड्रैगनफ्लाई, बर्मागोम्फस चौकुलेंसिस (Burmagomphus chaukulensis) को देखा गया।
- इससे पूर्व असम में ड्रैगनफ्लाई की एक नई प्रजाति 'प्लेटीगोम्फस बेनरिटारम' (Platygomphus benritarum) की खोज की गई थी।
प्रमुख बिंदु
- यह जीनस बर्मागोम्फस ड्रैगनफ्लाई का है, जिसकी तीन प्रजातियाँ बी. कावेरिकस ( B. Cauvericus), बी. पिरामिडैलिस (B. Pyramidalis) और बी. लैडलवी (B. Laidlawi) हैं।
- बी. लैडलवी संपूर्ण पश्चिमी घाट में पाई जाती है,
- बी. कावेरीकस कम मात्रा में पाई जाती है।
- बी. पिरामिडैलिस पश्चिमी घाटों के साथ-साथ प्रायद्वीपीय भारत में भी पाए जाते हैं।
- इस जीनस की अन्य सभी प्रजातियाँ पश्चिमी और पूर्वी हिमालय में पाई जाती हैं।
- पार्श्व वक्ष पर चिह्नों और गुदा उपांगों के अजीबोगरीब आकार इस नई प्रजाति को इसकी पूर्व प्रजातियों से अलग करते हैं।
- यह प्रजाति पश्चिमी घाट के लिये स्थानिक मानी जाती है।
ड्रैगनफ्लाई:
- परिचय:
- यह एक हवाई शिकारी कीट है जो दुनिया भर में मीठे पानी वाले क्षेत्रों के पास सबसे अधिक पाया जाता है।
- इनके खास रंग इन्हें खूबसूरत बनाते हैं। जो उन्हें पारिस्थितिकी और कला दोनों के लिये कीटों के व्यवहार पर शोध हेतु महत्त्वपूर्ण स्थान प्रदान करते हैं।
- प्राकृतिक वास:
- ड्रैगनफ्लाई की अधिकांश प्रजातियाँ उष्णकटिबंध में और विशेष रूप से वर्षावनों में रहती हैं।
- महत्त्व:
- ड्रैगनफ्लाईज़ क्षेत्र के पारिस्थितिक स्वास्थ्य के महत्त्वपूर्ण जैव-संकेतक के रूप में कार्य करते हैं। वे मच्छरों और अन्य कीड़ों को खाते हैं जो मलेरिया तथा डेंगू जैसी जानलेवा बीमारियों के वाहक हैं।
- खतरा:
- उनके आवास का तेज़ी से विनाश उनके अस्तित्व के लिये सीधा खतरा बन गया है जिससे उनका संरक्षण ज़रूरी हो गया है।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्षों के प्रश्न:प्रश्न: शब्द ‘डेनिसोवन (Denisovan)’ कभी-कभी समाचार माध्यमों में किस संदर्भ में आता है? (a) एक प्रकार के डायनासोर का जीवाश्म उत्तर: (b) व्याख्या:
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