इंदौर शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 11 नवंबर से शुरू   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


रैपिड फायर

ब्रेन ईटिंग अमीबा

  • 25 May 2024
  • 2 min read

स्रोत: इंडियन एक्स्प्रेस

नेगलेरिया फाउलेरी अमीबा, जिसे प्राय: "ब्रेन ईटिंग अमीबा" के नाम से जाता है, के कारण होने वाले प्राथमिक अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (Primary Amoebic Meningoencephaliti - PAM) के कारण हाल ही में केरल में एक 5 वर्षीय लड़की की मृत्यु ने इस विनाशकारी की दुर्लभ लेकिन घातक संक्रमण प्रकृति को उजागर किया है।

  • नेगलेरिया फाउलेरी एक स्वतंत्र रूप से रहने वाला अमीबा है, जो विश्व में अधिक तापमान वाले स्वच्छ जल और मृदा में पनपता है।
    • अमीबा आमतौर पर तैराकी जैसी गतिविधियों के दौरान नाक के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है और फिर मस्तिष्क में चला जाता है, जहाँ यह मस्तिष्क के ऊतकों को नष्ट कर देता है एवं सूजन का प्रमुख कारण बनता है।
  • लक्षण: प्रारंभिक लक्षणों में सिरदर्द, ज्वर, मतली और उल्टी आना शामिल हैं, इसके बाद गर्दन में अकड़न, भ्रम, दौरे, मतिभ्रम एवं अंततः कोमा भी शामिल है।
  • मृत्युदर: PAM से ग्रसित अधिकांश लोगों की लक्षणों की शुरुआत के 1 से 18 दिनों के भीतर ही मृत्यु हो जाती है और यह बीमारी आमतौर पर कोमा में परिवर्तित हो जाती है, साथ ही इस स्थिति में 5 दिनों के भीतर मृत्यु हो जाती है।
  • उपचार संबंधी चुनौतियाँ: वर्तमान में PAM के लिये कोई प्रभावी उपचार नहीं है, चिकित्सक संक्रमण को प्रबंधित करने के लिये एम्फोटेरिसिन बी, एज़िथ्रोमाइसिन, फ्लुकोनाज़ोल के साथ अन्य दवाओं के संयोजन का प्रयोग उपचार के लिये करते हैं।

और पढ़ें… नेगलेरिया फाउलेरी: ब्रेन ईटिंग अमीबा

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2