प्रारंभिक परीक्षा
काले-भूरे रंग का अल्बाट्रॉस
- 21 Dec 2021
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हाल के एक अध्ययन में अल्बाट्रॉस (Albatrosses) की आबादी के मध्य रिश्तों की लंबी उम्र पर पड़ने वाले पर्यावरणीय परिस्थितियों के प्रभाव का प्रमाण प्रदान किया है।
- शोधकर्त्ताओं के अनुसार, जलवायु परिवर्तन और गर्म जल के कारण काले-भूरे रंग के अल्बाट्रॉस की आपस में बिछुड़ने की दर में अधिक वृद्धि हुई है।
प्रमुख बिंदु
- काले-भूरे रंग का अल्बाट्रॉस:
- वैज्ञानिक नाम: थालास्सारचे मेलानोफ्रिस (Thalassarche melanophris)
- ये अल्बाट्रॉस डायोमेडीडे (Diomedeidae) परिवार के सदस्य हैं इनकी ‘नालिकानुमा नाक’ (Tube-Noses) शीयरवाटर (Shearwaters), पेट्रेल (Petrels) और फुलमार(Fulmars) से संबंधित है।
- यह सबसे सामान्य और व्यापक स्तर पर पाया जाने वाला अल्बाट्रॉस है।
- इस बड़े समुद्री पक्षी का यह नाम इनकी आँखों के ऊपर गहरे काले रंग के पंखों के कारण है।
- अल्बाट्रॉस वास्तव में समुद्री पक्षी हैं, जो दक्षिणी गोलार्द्ध में महासागरों को पार करते हुए केवल प्रजनन के लिये भूमि पर लौटते हैं।
- वितरण:
- ये दक्षिण अटलांटिक में और दक्षिणी गोलार्द्ध में सर्कंपोलर के पास पाए जाते हैं। इनका परिवेश ठंडी धाराओं के साथ उत्तर की ओर बढ़ता जाता है।
- सितंबर और अक्तूबर के दौरान ये पक्षी दक्षिण अटलांटिक द्वीपों जैसे- दक्षिण जॉर्जिया और फॉकलैंड द्वीप समूह, दक्षिण सैंडविच एवं केप हॉर्न द्वीपों पर प्रजनन करते हैं।
- खतरा:
- स्थलीय जानवरों के शिकार।
- मत्स्य पालन और जलीय संसाधनों का संचयन।
- आक्रामक और अन्य समस्यात्मक प्रजातियाँ, जीन एवं रोग।
- ज्वालामुखी।
- जलवायु परिवर्तन और खतरनाक मौसम।
- संरक्षण स्थिति:
- अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN): कम चिंतनीय (Least Concern- LC)