प्रारंभिक परीक्षा
सिरुमलाई पहाड़ियों में जैवविविधता पार्क: तमिलनाडु
- 10 Jun 2022
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तमिलनाडु सरकार डिंडीगुल ज़िले में सिरुमलाई पहाड़ी रेंज में एक जैवविविधता पार्क विकसित कर रही है।
- इसका मुख्य उद्देश्य पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र के सतत् प्रबंधन के लिये जागरूकता पैदा करना है।
मुख्य बिंदु :
- यह पार्क एक प्रकृति संरक्षक है जो क्षेत्र की प्राकृतिक विरासत को आश्रय देता है तथा इसका शैक्षिक और सांस्कृतिक मूल्य है, साथ ही यह पर्यावरण की गुणवत्ता में वृद्धि करता है।
- यहाँ पर विभिन्न जैवविविधता घटक जैसे- स्तनधारी, पक्षी, सरीसृप, उभयचर आदि पाए जाते हैं।
- पार्क के चारों ओर विभिन्न प्रकार के फूल वाले पौधे लगाए गए हैं तथा आवश्यक सिंचाई सुविधाएंँ प्रदान की गई हैं।
- तितलियों और मेज़बान पौधों को आकर्षित करने के लिये परागण पौधों के संयोजन की भी योजना बनाई गई है।
जैवविविधता पार्क:
- परिचय:
- जैवविविधता पार्क जंगल का एक अनूठा परिदृश्य है जहाँ एक क्षेत्र में जैविक समुदायों के रूप में देशी पौधों और जानवरों की प्रजातियों के पारिस्थितिकी को पुनः संयोजित किया जाता है।
- पार्क का अंतर्निहित सिद्धांत देशी वनस्पतियों और जीवों जो कि क्षेत्र की विशेषताएँ हैं, के साथ आत्मनिर्भर पारिस्थितिकी तंत्र को पुनः सृजित करना है।
- उद्देश्य:
- जैवविविधता और इसके महत्त्व के बारे में वन हितधारकों, जनता और छात्र समुदाय के बीच जागरूकता पैदा करना।
- पौधों की विविधता का सृजन करना जो मानव अस्तित्व के लिये संकटापन्न, संकटग्रस्त होने के साथ-साथ अत्यधिक मूल्यवान हैं।
- दुर्लभ और स्थानिक प्रजातियों सहित महत्त्वपूर्ण पौधों की प्रजातियों के साथ एक जीन बैंक का निर्माण करना।
- ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की समस्याओं को कम करने के लिये स्वदेशी प्रजातियों के साथ भावी पीढ़ियों के लिये कार्बन सिंक बनाना।
- प्राकृतिक संसाधनों और इसके प्रबंधन के प्रति संरक्षण और अभिमूल्यन की संस्कृति को बढ़ावा देना।
- स्थानीय समुदायों के लिये आजीविका के अवसर पैदा करना, विशेष रूप से आदिवासी समुदाय जो अनादि काल से वन पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा रहे हैं।
सिरुमलाई हिल रेंज से संबंधित प्रमुख बिंदु:
- परिचय:
- सिरुमलाई हिल्स तमिलनाडु के डिंडीगुल ज़िले में 60,000 एकड़ में फैला हुआ है।
- इन्हें पूर्वी घाटों का प्रेरक माना जाता है। ये डिंडीगुल शहर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर समुद्र तल से 400 से 1,650 मीटर की ऊँचाई पर स्थित हैं।
- पहाड़ियाँ कई दुर्लभ और स्थानिक पौधों के भंडार के रूप में कार्य करती हैं।
- वनस्पति:
- निचली पहाड़ी शृंखला में अत्यधिक अशांत झाड़ीदार वन हैं, जबकि मध्य पहाड़ी शृंखला के प्रमुख भाग पर उष्णकटिबंधीय मिश्रित शुष्क पर्णपाती वन हैं।
- ऊँचाई पर अर्द्ध-सदाबहार वन स्थित हैं। वुडलैंड सवाना ऊँचाई पर ढलानों के साथ पाए जाते हैं।
- जंतु जगत:
- इस क्षेत्र में गौर, तेंदुआ, चित्तीदार हिरण, माउस डियर, बार्किंग डियर, सियार, सुस्त भालू, जंगली सूअर, भारतीय पैंगोलिन, स्लेंडर लोरिस और सरीसृप व एविफौना की कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं।