भारतजेन | 05 Oct 2024

स्रोत: पीआईबी

हाल ही में, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने भारतजेन नामक एक जनरेटिव AI पहल शुरू की है, जिसे सार्वजनिक सेवा वितरण को बढ़ाने के लिये डिज़ाइन किया गया है।

  • इसका उद्देश्य भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को संबोधित करने के लिये भाषा, भाषण तथा कंप्यूटर दृष्टि में आधारभूत मॉडल तैयार करना है।
  • यह भारतीय भाषाओं के लिये विश्व की पहली सरकारी वित्त पोषित मल्टीमॉडल लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) परियोजना है।
    • LLM ऐसी AI प्रणालियाँ हैं जो विशाल मात्रा में पाठ्य डेटा को संसाधित करके मानव भाषा को समझने और उत्पन्न करने में सक्षम हैं।
  • इसका नेतृत्व IIT बॉम्बे द्वारा अंतरविषयी साइबर-भौतिकी प्रणाली से संबंधित राष्ट्रीय मिशन(NM-ICPS) के तहत किया जाता है तथा इसमें IIT और IIM इंदौर जैसे शैक्षणिक संस्थानों का सहयोग शामिल है।
  • इसमें भारत-केंद्रित डेटा को व्यवस्थित करने हेतु प्रक्रियाएँ विकसित करने पर ज़ोर दिया गया है जिससे देश का अपने डिजिटल संसाधनों पर नियंत्रण बढ़ सके।
  • इसकी चार प्रमुख विशेषताएँ हैं: 
    • बहुभाषी एवं मल्टीमॉडल प्रकृति
    • भारतीय डेटा सेट आधारित निर्माण एवं प्रशिक्षण
    • ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म
    • भारत में जनरेटिव AI अनुसंधान के इकोसिस्टम का विकास।
      • जनरेटिव AI विभिन्न प्रकार की सामग्री तैयार कर सकता है, जिसमें टेक्स्ट, इमेजरी और ऑडियो शामिल हैं।

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