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बैटिलिप्स चंद्रायणी

  • 11 May 2024
  • 2 min read

स्रोत: द हिंदू 

कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के शोधकर्त्ताओं ने चंद्रयान-3 चंद्रमा मिशन के सम्मान में तमिलनाडु के दक्षिण-पूर्वी तट से नई खोजी गई समुद्री टार्डिग्रेड प्रजाति का नाम बैटिलिप्स चंद्रायणी (Batillipes Chandrayaani) रखा है।

  • यह तमिलनाडु के मंडपम में उच्च और निम्न ज्वार के निशानों के बीच रेतीले क्षेत्र में पाया गया था।
  • यह टार्डिग्रेड 39वें प्रकार का टार्डिग्रेड है जिसे बैटिलिप्स नाम से वर्गीकृत किया गया है।
  • इसका एक सिर है जो एक समलंबाकार जैसा दिखता है और चीज़ों को महसूस करने के लिये नुकीले रीढ़ वाले चार जोड़ी पैर हैं।
  • टार्डिग्रेड्स:
    • ये छोटे जीव, जिन्हें अक्सर "वाॅटर बियर (water bears)" कहा जाता है, सूक्ष्म अदृश्य प्रकार के हैं।
    • हमें ज्ञात सभी टार्डिग्रेड प्रजातियों में से 17% समुद्री टार्डिग्रेड हैं और वे महासागरों में निवास करते हैं।
      • टार्डिग्रेड्स ने क्रिप्टोबायोसिस नामक प्रक्रिया से गुज़रकर पर्यावरणीय परिस्थिति को अनुकूलित किया है।
      • क्रिप्टोबायोसिस को एक ऐसी स्थिति के रूप में परिभाषित किया गया है जिसमें चयापचय (Metabolic) गतिविधियाँ प्रतिवर्ती ठहराव में आ जाती हैं।
    • अपने सूक्ष्म आकार के बावज़ूद, ये सूक्ष्म-मेटाज़ोआ बड़े पैमाने पर विलुप्त होने से बचने और अपनी उल्लेखनीय जीवित रहने की क्षमताओं के लिये मान्यता अर्जित करने में अविश्वसनीय रूप से लचीले प्रकार के हैं।

और पढ़ें: चंद्रयान-3 प्रोपल्शन मॉड्यूल पृथ्वी की कक्षा में लौटा

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