बांदीपुर टाइगर रिज़र्व | 23 Nov 2024
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में, सरकार ने बेलाडाकुप्पे श्री महादेश्वरस्वामी मंदिर, जो बांदीपुर टाइगर रिज़र्व (BTR) के मुख्य क्षेत्र में है, की वार्षिक जातरा (कार्तिक माह का अंतिम सोमवार) पर प्रतिबंध लगा दिया है।
- यह मंदिर बांदीपुर टाइगर रिज़र्व की हेडियाला रेंज में स्थित है, जो वन्यजीवों के लिये संरक्षित क्षेत्र है।
- बाघ रिज़र्वों का गठन कोर और बफर संरक्षण पद्धति का उपयोग करके किया जाता है।
- मुख्य क्षेत्र सभी प्रकार के मानवीय उपयोग से मुक्त है, जबकि बफर क्षेत्र में संरक्षणोन्मुख भूमि उपयोग है।
- बांदीपुर टाइगर रिज़र्व (कर्नाटक) के बारे में:
- बांदीपुर टाइगर रिज़र्व पश्चिमी घाट परिदृश्य का एक प्रमुख क्षेत्र है, जहाँ विश्व की बाघ आबादी का 1/8वाँ हिस्सा रहता है।
- यह बांदीपुर, नागरहोल, वायनाड, मुदुमलाई और सत्यमंगलम टाइगर इस क्षेत्र का हिस्सा है, जो कर्नाटक, तमिलनाडु तथा केरल तक फैला हुआ है।
- यह नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है, जो भारत का पहला बायोस्फीयर रिज़र्व (1986) है।
- यह रिज़र्व मैसूर एलीफैंट रिज़र्व का एक हिस्सा है, जो एशियाई हाथियों की विश्व की सबसे बड़ी आबादी है।
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