ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासी | 21 Oct 2023
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में संवैधानिक परिवर्तन और एक मूल समिति बनाने के समर्थकों ने जनमत संग्रह में हार मान ली, जिसका उद्देश्य संसद में एक स्वतंत्र आवाज़ बनना था।
- जनमत संग्रह को पारित करने के लिये छह ऑस्ट्रेलियाई राज्यों में से कम-से-कम चार में बहुमत के साथ-साथ राष्ट्रीय बहुमत की भी आवश्यकता थी।
- प्रस्तावित जनमत संग्रह में ऑस्ट्रेलिया में सबसे पहले बसने वाले लोगों को आधिकारिक मान्यता देने के लिये ऑस्ट्रेलिया के संविधान में संशोधन करने की मांग की गई, जिसमें जनजातीय और टोरेस स्ट्रेट आइलैंडर समुदाय दोनों शामिल हैं।
ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासी या आदिवासी:
- परिचय:
- ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासी, ऑस्ट्रेलिया के आदिवासी और टोरेस स्ट्रेट आइलैंडर लोग हैं, जो यूरोपीय उपनिवेशीकरण से पहले ऑस्ट्रेलिया एवं आसपास के द्वीपों में मौजूद समूहों के वंशज हैं।
- ऑस्ट्रेलिया के स्थानिक लोग इस महाद्वीप के मूल निवासी हैं, जिनका इतिहास कम-से-कम 45,000 वर्ष पुराना है। हालाँकि 18वीं शताब्दी में यूरोपीय उपनिवेशीकरण का इन समुदायों पर गंभीर तथा स्थायी प्रभाव पड़ा।
- ये समुदाय ऑस्ट्रेलियाई जनसंख्या का केवल 3.8 प्रतिशत हैं।
- विविधता:
- वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया में ये समूह स्थानीय समुदायों में विभाजित हैं। आरंभिक यूरोपीय बंदोबस्त के समय 250 से अधिक भाषाएँ बोली जाती थीं; वर्तमान में यह अनुमान लगाया गया है कि इनमें से 120 से 145 प्रयोग में हैं, लेकिन इनमें से केवल 13 को ही लुप्तप्राय नहीं माना जाता है।
- पिछली गलतियाँ और संकट:
- ऐतिहासिक नीतियों, जैसे कि मूल बच्चों को ज़बरन हटाने (तस्करी की गई पीढ़ी), भूमि बेदखली और भेदभाव के परिणामस्वरूप सामाजिक एवं आर्थिक असमानताएँ उत्पन्न हुई हैं।
- मूल आस्ट्रेलियाई निवासियों को प्रायः न्यून जीवन प्रत्याशा, बीमारी की उच्च दर और शिक्षा व अन्य सेवाओं तक अपर्याप्त अभिगम का सामना करना पड़ता है।
- ऑस्ट्रेलियाई प्रयास और मान्यता:
- ऑस्ट्रेलिया ने ऐतिहासिक अन्यायों को दूर करने के लिये कदम उठाए हैं, जैसे- "ब्रिंगिंग देम होम" रिपोर्ट, जिसने तस्करी की गई पीढ़ियों को मान्यता दी और उनसे माफी मांगी।
- राष्ट्रीय पूछताछ और क्षमायाचना के तहत पिछली गलतियों को स्वीकार करने की मांग की गई है।
- वर्ष 1962 में मूल आस्ट्रेलियाई निवासियों को मतदान का अधिकार दिया गया और उच्च न्यायालय के वर्ष 1992 के माबो फैसले ने कुछ भूमि पर मूल स्वामित्व को मान्यता दी।
- वर्ष 1995 से ऑस्ट्रेलियाई मूल निवासी ध्वज और टोरेस स्ट्रेट आइलैंडर ध्वज ऑस्ट्रेलिया के आधिकारिक झंडों में से रहे हैं।