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अटल सेतु न्हावा शेवा सी लिंक

  • 12 Jan 2024
  • 4 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस 

चर्चा में क्यों?

भारत के प्रधानमंत्री द्वारा मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (Mumbai Trans Harbour Link- MTHL) का उद्घाटन करने के लिये तैयार हैं, जिसे आधिकारिक तौर पर अटल सेतु न्हावा शेवा सी लिंक (Atal Setu Nhava Sheva Sea Link) के रूप में जाना जाता है, जो 22 किमी. का एक विशाल समुद्री पुल है।

  • इस मेगा-इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का लक्ष्य सेवरी और चिरले के बीच यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव लाना है, जिससे यात्रा के समय में उल्लेखनीय कमी आएगी।

MTHL की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं?

  • परिचय:
    • अटल सेतु भारत का सबसे लंबा पुल है और साथ ही सबसे लंबा समुद्री पुल भी है।
      • यह पुल लगभग 21.8 किमी. लंबा छह लेन वाला पुल है, जिसकी लंबाई समुद्र के ऊपर लगभग 16.5 किमी. और ज़मीन पर लगभग 5.5 किमी है।
    • इस पुल का नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है।
    • यह पुल मुंबई के सेवरी से शुरू होता है और रायगढ़ ज़िले के उरण तालुका में न्हावा शेवा पर समाप्त होता है।
    • इस परियोजना को जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) द्वारा वित्तपोषित किया गया है, जो कुल परियोजना लागत का 80% हिस्सा कवर करती है, जबकि शेष हिस्सा राज्य और केंद्र सरकारों के बीच साझा किया जाता है।

नोट:

  • इससे पहले असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर डॉ. भूपेन हज़ारिका पुल भारत का सबसे लंबा पुल था। यह  9.15 किमी. लंबा नदी पुल है।

  • सम्मिलित प्रौद्योगिकियाँ:
    • MTHL में रिवर्स सर्कुलेशन ड्रिलिंग (RCD) पाइलिंग, ऑर्थोट्रोपिक स्टील डेक (OSD) ब्रिज गर्डर्स और ओपन रोड टोलिंग (ORT) सिस्टम जैसी विभिन्न नवीन तकनीकों को शामिल किया गया है।
      • RCD तकनीक का उपयोग भारत में पहली बार किया गया है, जो ढेर नींव बिछाने के लिये नियोजित एक नवीन तकनीक है, यह पारंपरिक ऊर्ध्वाधर ड्रिलिंग विधि की तुलना में कम शोर उत्पन्न करती है।
      • OSD एक निर्माण विधि है जो ताकत और लचीलेपन को जोड़ती है। यह तकनीक पुल के स्टील डेक के हल्के ढाँचे को बनाए रखते हुए भारी वाहनों का सामना करने की अनुमति देती है।
      • MTHL वाहनों को रोकने या धीमा करने की आवश्यकता के बिना टोल एकत्र करने की ORT पद्धति अपनाने वाली देश की पहली परियोजना बन गई।
  • लाभ:
    • मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीज़न डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) तथा JICA द्वारा किये गए एक अध्ययन के अनुसार MTHL सेवरी एवं चिरले के बीच औसत यात्रा समय को वर्तमान में 61 मिनट से घटाकर 16 मिनट से भी कम कर देगा।
    • शुरुआती वर्ष (2024) में प्रतिदिन करीब 40,000 वाहनों को लिंक का उपयोग करने की उम्मीद है।
    • यह अनुमान लगाया गया है कि यह परियोजना नवी मुंबई को मुंबई के साथ आर्थिक रूप से अधिक एकीकृत करने में सक्षम बनाएगी और साथ ही पनवेल, अलीबाग, पुणे एवं गोवा को भी इससे लाभ मिलेगा।
    • यह पुल मुंबई तथा पुणे एक्सप्रेसवे के बीच की दूरी को कम करने में सहायता प्रदान करेगा।
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