अराकू कॉफी | 02 Jul 2024
स्रोत: इकॉनोमिक टाइम्स
हाल ही में प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' रेडियो कार्यक्रम के दौरान आंध्र प्रदेश की अराकू कॉफी (Araku Coffee) के अद्वितीय स्वाद और महत्त्व की प्रशंसा की।
- अराकू कॉफी आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू ज़िले में अराकू घाटी में उगाई जाती है, जो पूर्वी घाट में स्थित है।
- इस कॉफी में चॉकलेट, कारमेल और सूक्ष्म फलयुक्त अम्लता का विशिष्ट स्वाद है।
- इसे विविध कृषि वानिकी प्रणाली में उगाया जाता है, मुख्य रूप से जैविक कृषि विधियों का उपयोग करके इसकी खेती की जाती है।
- इसे आदिवासी किसानों और सहकारी समितियों द्वारा उगाया जाता है तथा यह स्थायी आजीविका एवं सामुदायिक सशक्तीकरण को बढ़ावा देने में मदद करता है।
- अराकू कॉफी को कई अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, जिनमें कैफे डी कोलंबिया प्रतियोगिता (Café de Colombia Competition) में "सर्वश्रेष्ठ रोबस्टा" पुरस्कार भी शामिल है।
- अद्वितीय गुणों के लिये इसे वर्ष 2019 में भौगोलिक संकेत (Geographical Indication- GI) टैग प्राप्त हुआ।
- GI टैग प्राप्त करने वाली अन्य भारतीय कॉफी में कर्नाटक से कूर्ग अरेबिका, वायनाड रोबस्टा, चिकमगलूर अरेबिका, बाबाबुदनगिरीस अरेबिका और केरल से मॉनसून मालाबार रोबस्टा शामिल हैं।
- कॉफी के शीर्ष 3 उत्पादक: ब्राज़ील, वियतनाम और कोलंबिया।
- भारत विश्व में कॉफी का छठा सबसे बड़ा उत्पादक है।
- भारत में कॉफी के शीर्ष 3 उत्पादक: कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु।
और पढ़ें: भारत की कॉफी, विश्व कॉफी सम्मेलन 2023