अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल | 16 Dec 2022

हाल ही में भारत ने अग्नि-5 परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का रात्रि परीक्षण (Night Trials) सफलतापूर्वक किया।

Ballistic-Missile

प्रमुख बिंदु 

  • अग्नि-5 एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (Integrated Guided Missile Development Programme- IGMDP) के तहत विकसित सतह-से-सतह पर मार करने वाली उन्नत बैलिस्टिक मिसाइल है।
  • यह दागो और भूल जाओ मिसाइल है, जिसे इंटरसेप्टर मिसाइल के बिना रोका नहीं जा सकता है।
  • मिसाइल में 5000 किमी. की सीमा से परे लक्ष्य को भेदने की क्षमता है और यह भारत की आत्मरक्षा प्रणालियों के लिये महत्त्वपूर्ण है। 

अग्नि मिसाइल:

  • परिचय: 
    • अग्नि मिसाइल वर्ग भारत की परमाणु लॉन्च क्षमता की रीढ़ है, जैसे कि पृथ्वी, कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल, पनडुब्बी से लॉन्च की जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल और लड़ाकू विमान हैं।
    • अग्नि-1 से 5 मिसाइलें रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ( Defence Research and Development Organisation- DRDO) द्वारा डिज़ाइन और विकसित की गई हैं।
  • अन्य अग्नि मिसाइलें:
    • अग्नि I: 700-800 किमी. की सीमा।
    • अग्नि II: रेंज 2000 किमी. से अधिक।
    • अग्नि III: 2,500 किमी. से अधिक की सीमा
    • अग्नि IV: इसकी रेंज 3,500 किमी. से अधिक है और यह एक रोड मोबाइल लॉन्चर से फायर की जा सकती है।
    • अग्नि V: अग्नि शृंखला की सबसे लंबी, एक अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (Inter-Continental Ballistic Missile- ICBM) है जिसकी रेंज 5,000 किमी. से अधिक है। 

एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP):

  • इसकी स्थापना का विचार प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम द्वारा दिया गया था। 
  • इसका उद्देश्य मिसाइल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करना था।
  • रक्षा बलों की विभिन्न प्रकार की मिसाइलों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम के तहत पाँच मिसाइल प्रणालियों को विकसित करने की मंज़ूरी दी गई।
  • इसे वर्ष 1983 में शुरू किया गया और मार्च 2012 में पूरा हुआ। 
  • रणनीतिक रूप से स्वदेशी मिसाइल प्रणालियों को आकार देने के लिये यह देश के वैज्ञानिक समुदाय, शैक्षणिक संस्थानों, अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं, उद्योगों और तीनों रक्षा सेवाओं को एक साथ लाया।
  • IGMDP के तहत विकसित मिसाइलें हैं: 
    • पृथ्वी: सतह-से-सतह पर मार करने में सक्षम कम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल।
    • अग्नि: सतह-से-सतह पर मार करने में सक्षम मध्यम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल यानी अग्नि।
    • त्रिशूल: सतह से आकाश में मार करने में सक्षम कम दूरी वाली मिसाइल।
    • नाग: तीसरी पीढ़ी की टैंक भेदी मिसाइल।
    • आकाश: सतह से आकाश में मार करने में सक्षम मध्यम दूरी वाली मिसाइल। 

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रश्न: कभी-कभी समाचारों में देखा जाने वाला "टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD)" क्या है? (2018)

(a) एक इज़रायली रडार प्रणाली
(b) भारत का स्वदेशी मिसाइल रोधी कार्यक्रम
(c) एक अमेरिकी मिसाइल रोधी प्रणाली
(d) जापान और दक्षिण कोरिया के मध्य एक रक्षा सहयोग

उत्तर:(c)

व्याख्या:

  • टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) एक अमेरिकी मिसाइल रोधी प्रणाली है जिसे लक्ष्य की ओर उड़ान के "टर्मिनल" चरण के दौरान छोटी और मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने एवं नष्ट करने के लिये निर्मित किया गया है।
  • थाड अंतरिक्ष-आधारित और ज़मीन-आधारित निगरानी स्टेशन से जुड़ा होता है। यह स्टेशन अपनी तरफ आने वाली मिसाइलों के बारे में ‘थाड इंटरसेप्टर मिसाइल’ (Thaad Interceptor Missile) को डेटा ट्रांसफर कर खतरे के प्रकार के बारे में सूचित करता है।
  • इसके पास वातावरण के अंदर और बाहर मिसाइल को रोकने की क्षमता है।
  • यह अन्य बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणालियों के साथ इंटरऑपरेबल है और इसे कहीं भी काफी आसानी से  तैनात किया जा सकता है।

अतः विकल्प C सही है।


प्रश्न: अग्नि-IV मिसाइल के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (2014)

  1. यह सतह-से-सतह पर मार करने वाली मिसाइल है।
  2. यह केवल तरल प्रणोदक द्वारा संचालित होती है।
  3. यह लगभग 7500 किमी. दूर एक टन परमाणु आयुध पहुँचा सकती है।

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:

(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर:  (a)

व्याख्या:

  • अग्नि-IV भारत की परमाणु-संपन्न लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 4,000 किमी. है।
  • स्वदेश निर्मित अग्नि-IV सतह-से-सतह पर मार करने वाली दो चरणों वाली मिसाइल है। यह 17 टन वज़न के साथ 20 मीटर लंबी है। अत: कथन 1 सही है।
  • यह दो चरणों वाली ठोस ईंधन प्रणाली है जो एक टन के परमाणु हथियार को 4,000 किलोमीटर की दूरी तक ले जा सकती है। अत: कथन 2 और 3 सही नहीं हैं।

अत: विकल्प (a) सही उत्तर है। 

स्रोत: द हिंदू