प्रारंभिक परीक्षा
सशस्त्र सीमा बल का 61वाँ स्थापना दिवस
- 31 Dec 2024
- 3 min read
स्रोत: पी.आई.बी
चर्चा में क्यों?
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में सशस्त्र सीमा बल (SSB) के 61वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए।
- उन्होंने पूर्वोत्तर और सिक्किम के प्रवेशद्वार तथा तीन अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से घिरे सिलीगुड़ी कॉरिडोर की सुरक्षा में सशस्त्र सीमा बल (SSB) की भूमिका की सराहना की।
सशस्त्र सीमा बल (SSB) क्या है?
- परिचय: SSB केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) का एक हिस्सा है, जो नेपाल (1,751 किमी) और भूटान (699 किमी) के साथ भारत की सीमा की रक्षा करता है।
- यह भारत के सात अर्द्ध-सैनिक बलों में से एक है ( अन्य 6: असम राइफल्स (Assam Rifles), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) )।
- गठन: इसकी स्थापना वर्ष 1962 में चीन के आक्रमण के बाद मई, 1963 में विशेष सेवा ब्यूरो के रूप में की गई थी।
- यह गृह मंत्रालय के तत्वावधान में कार्य करता है।
- मान्यता: SSB पहला केंद्रीय अर्द्ध-सैनिक बल है जिसमें महिलाओं को भी शामिल किया गया है।
- मार्च, 2004 में SSB को राष्ट्रीय सुरक्षा में अपने महत्त्वपूर्ण योगदान के लिये राष्ट्रपति ध्वज से सम्मानित किया गया।
- राष्ट्रपति ध्वज किसी भी सैन्य इकाई को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
सिलीगुड़ी कॉरिडोर क्या है?
- परिचय: यह एक संकीर्ण भूमि है, जो लगभग 60 किलोमीटर लंबी और 17-22 किलोमीटर चौड़ी है। इसके संकीर्ण आकार के कारण इसे 'चिकन नेक' भी कहा जाता है।
- अवस्थिति: नेपाल, भूटान और बांग्लादेश के बीच स्थित यह भारत और इसके पूर्वोत्तर राज्यों के बीच एकमात्र स्थलीय संपर्क मार्ग है।
- यह पश्चिम बंगाल में स्थित है।
- महत्त्व: यह सैन्य रसद में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है, तथा सड़क और रेलवे नेटवर्क के लिये प्रमुख मार्ग प्रदान करता है, जिससे सशस्त्र बलों की आवाजाही में सुविधा होती है।
- सिलीगुड़ी कॉरिडोर तक पहुँच न होने से भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र अलग-थलग पड़ जाएगा, जिससे आपूर्ति लाइनें और सुदृढ़ीकरण बाधित हो जाएंगे