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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

वैश्विक प्रवासन रिपोर्ट, 2018

  • 30 Dec 2017
  • 6 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में यूनाइटेड नेशन्स के इंटरनेशनल आर्गेनाइजे़शन फॉर माइग्रेशन (International Organization for Migration -  IOM) द्वारा वैश्विक प्रवासन रिपोर्ट, 2018 जारी की गई। यह रिपोर्ट वैश्विक प्रवासन रिपोर्ट की श्रृंखला की नौवीं रिपोर्ट है। वर्ष 2000 से यह संगठन दुनिया भर में प्रवासन के संबंध में समझ में वृद्धि करने की दिशा में काम कर रहा है। इसी संदर्भ में यह संगठन विश्व प्रवासन रिपोर्ट तैयार करता है।

पृष्ठभूमि

  • आई.ओ.एम. प्रवासन के क्षेत्र में अग्रणी एक अंतर-सरकारी संगठन है। 
  • यह संगठन प्रवासन के व्यवस्थित और मानवीय प्रबंधन, प्रवासन के मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने, प्रवासन समस्याओं के व्यावहारिक समाधान और शरणार्थियों और आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों सहित आवश्यकता वाले प्रवासियों को मानवीय सहायता सुनिश्चित करने के लिये कार्य करता है।

मुख्य कार्य क्षेत्र

  • आईओएम प्रवासन प्रबंधन के चार व्यापक क्षेत्रों में काम करता है-

⇒ प्रवासन और विकास
⇒ प्रवासन को सुगम बनाना
⇒ प्रवासन विनियमन
⇒ हठात् प्रवासन (Forced Migration)

  • इस रिपोर्ट के अनुसार, तकरीबन 15 मिलियन से अधिक आबादी के साथ भारतीय प्रवासियों की संख्या विश्व में सर्वाधिक है। मैक्सिको और रूस क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर आते हैं। 

अंतरराष्ट्रीय प्रवासी (International migrant) की परिभाषा क्या है?

  • इस रिपोर्ट में अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों के संदर्भ में जिस परिभाषा का प्रयोग किया गया है उसके अनुसार, कोई भी ऐसा व्यक्ति जो अपने देश के बजाय किसी अन्य देश में रहने को विवश है। इसके अंतर्गत शरणार्थियों और आर्थिक प्रवासियों दोनों को शामिल किया गया है। 
  • इसके तहत शामिल प्रवासी आधिकारिक रूप से प्रवास करने वाले ऐसे लोग होते हैं जो "अनियमित रूप से" इस प्रकार प्रवास करते हैं। 
  • इन लोगों की गिनती राष्ट्रीय मूल या जातीयता लोगों के रूप में नहीं की जाती हैं और न ही प्रवास के दौरान जन्में बच्चों को नागरिक के तौर पर शामिल किया जाता है।

रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएँ

  • विश्व में विदेशों में जाने वाले प्रवासियों की संख्या के संदर्भ में भारत शीर्ष पर है। लगभग 16.59 मिलियन भारतीय लोग विदेश में रहते हैं। इसके बाद 13 मिलियन प्रवासियों के साथ मैक्सिको दूसरे स्थान पर है।
  • भारतीय प्रवासियों की सबसे अधिक जनसंख्या (वर्ष 2000 के अनुसार, 3.31 मिलियन) संयुक्त अरब अमीरात में वास करती है, इसके बाद अमेरिका (2.3 मिलियन) का स्थान आता है।
  • इसके इतर भारत में रह रहे अन्य देशों के प्रवासियों की संख्या 5.2 मिलियन है। इसमें वर्ष 2000 से 1.22 मिलियन की गिरावट आई है।
  • यूरोप में 1.3 मिलियन भारतीय रहते हैं, जबकि कनाडा में रहने वाले भारतीयों की संख्या बढ़कर 602,144 हो गई है। 
  • इसी प्रकार ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीयों की संख्या तकरीबन 408,880 है।

आई.ओ.एम.

  • 1951 में स्थापित आई.ओ.एम. प्रवासन के क्षेत्र में अग्रणी अंतर-सरकारी संगठन है तथा यह सरकारी, अंतर-सरकारी और गैर-सरकारी सहयोगियों के साथ मिलकर काम करता है।
  • 169 सदस्यीय देशों वाले इस संगठन के 100 से अधिक देशों में कार्यालय हैं। 
  • आई.ओ.एम. सभी ज़रूरतमंद लोगों के लिये मानवीय और व्यवस्थित प्रवास को बढ़ावा देने हेतु समर्पित संगठन है।

कार्य

⇒ प्रवासन के मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना।
⇒ प्रवासन संबंधी समस्याओं का व्यावहारिक समाधान तलाशना।
⇒ प्रवासियों के सहायतार्थ आवश्यक प्रबंध करना।
⇒ शरणार्थियों और आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों को मानवीय सहायता उपलब्ध कराना, इत्यादि।
⇒ आई.ओ.एम. की गतिविधियों में अंतरराष्ट्रीय प्रवास कानून, नीतिगत बहस और मार्गदर्शन, प्रवासियों के अधिकारों की सुरक्षा, प्रवासन स्वास्थ्य आदि बुनियादी आयामों के संबंध में जागरूकता फैलाने जैसे पक्ष शामिल हैं।

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