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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

वेल बीइंग बजट

  • 31 May 2019
  • 5 min read

चर्चा में क्यों ?

जनवरी में विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum) की वार्षिक बैठक (Annual Meeting) में न्यूज़ीलैंड ने आर्थिक विकास की नई अवधारणा अपनाने की वकालत की थी। इस दिशा में न्यूज़ीलैंड ने अपना वादा पूरा करते हुए अपने पहले वेल बीइंग बजट (Well-being budget) के कार्यन्वयन की रूपरेखा को पेश किया है।

वेल बीइंग बजट (Well-being budget)

  • यह बजट केवल जीडीपी (GDP) आधारित विकास को नागरिक कल्याण के लिये पर्याप्त नहीं मानता है।
  • यह अवधारणा दीर्घकालिक उपायों के स्थान पर ऐसे उपाय अपनाने का समर्थन करती है जिसका परिणाम अल्पकालिक अवधि में प्राप्त हो।
  • इन अल्पकालीन लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु इस वर्ष (2019) कुछ प्राथमिकताओं को तय किया गया है जैसे- न्यूज़ीलैंड की अर्थव्यवस्था को न्यून लेकिन सतत्त रूप से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में परिवर्तित करना, डिजिटल युग में संपन्न देशों का समर्थन करना, बालग़रीबी को कम करना, माओरी और पैसिफिक आय (Māori and Pacific Income), कौशल, एवं अवसर की अवधारणा को हटाना और न्यूज़ीलैंड के प्रत्येक निवासी हेतु मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) की उपलब्धता को सुनिश्चित करना।
  • इस बजट में मानसिक स्वास्थ्य, बाल गरीबी (Child Poverty) एवं पारिवारिक हिंसा ( Family Violence) से राहत देने के लिये अरबों रुपए के पैकेज की घोषणा की गई है।
  • संवृद्धि एवं विकास को मापने का यह नया पैमाना नए प्रकार के पूंजीवाद ( Capitalism) की दिशा में एक वैश्विक कदम है।
  • यह अवधारणा केवल वृद्धि और विकास की परंपरागत शैली की बात न करके इस बात पर बल देती है कि संबंधित देश के नागरिक कैसे आगे बढ़ रहे हैं, उनका समग्र स्वास्थ्य विशेषकर मानसिक स्वास्थ्य कैसा है एवं पर्यावरण की स्थिति कैसी है।
  • दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला प्रमुख ने कुछ नीतियाँ तय की हैं, जिनमें घरेलू और यौन हिंसा (Domestic and Sexual Violence) की शिकार महिलाओं की मदद करने वाली सेवाओं के लिये $ 200 मिलियन से अधिक का फंड शामिल है।
  • वेल बीइंग बजट को चौथी औद्योगिक (Fourth Industrial Revolution) क्रांति एवं भविष्य की सुरक्षा के उद्देश्य से अपनाना विश्व आर्थिक मंच का महत्वपूर्ण लक्ष्य है।
  • विश्व आर्थिक मंच जीडीपी की प्रासंगिकता पर विचार के साथ-साथ जटिल होते जलवायु परिवर्तन (Climate Change) की स्थिति को नियंत्रित करने हेतु उन्नत प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दों पर भी गंभीर है ताकि वेल बीइंग बजट के महत्त्व को रेखांकित किया जा सके।
  • वैश्विक स्तर पर कुछ देशों ने विकास के इस पैमाने को पहले से ही अपना रखा है।
  • संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की अगर बात की जाए तो इसने खुशी (Happiness) के लिए एक राष्ट्रीय कार्यक्रम ( National Programme) और इसे क्रियान्वित करने हेतु एक मंत्री (Minister of State for Happiness) की भी नियुक्ति की जाती है।
  • इसका एजेंडा तीन स्तंभों पर आधारित है: सभी सरकारी निकायों की नीतियों, कार्यक्रमों और सेवाओं में खुशी को शामिल करना, जीवन शैली में सकारात्मकता और खुशी को बढ़ावा देना तथा खुशी को मापने के लिए बेंचमार्क और उपकरणों का विकास करना।
  • भूटान की सकल राष्ट्रीय खुशहाली का मापन मनोवैज्ञानिक कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, समय का उपयोग, सांस्कृतिक विविधता, सुशासन, सामुदायिक जीवन शक्ति, पारिस्थितिक विविधता और जीवन स्तर पर आधारित होता है। इस मापन का प्रयोग नीति-निर्माण और नीतियों के प्रभाव की पहचान के लिये भी किया जाता है।

स्रोत: वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम

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