LEMOA का प्रयोग | 07 Oct 2020
प्रिलिम्स के लियेLEMOA, एक्सरसाइज़ बोंगोसागर, PASSEX मेन्स के लियेभारत और अमेरिका के मध्य द्विपक्षीय सहयोग, भारत और बांग्लादेश के मध्य द्विपक्षीय सहयोग |
चर्चा में क्यों?
पहली बार अमेरिकी एयरक्राफ्ट P-8A को LEMOA के अंतर्गत भारतीय द्वीपों तक पहुँच मिली है। द्विपक्षीय लॉजिस्टिक्स सपोर्ट एग्रीमेंट के तहत ईंधन भरने के लिये सितंबर के अंतिम सप्ताह में अमेरिकी नौसेना का लंबी दूरी का समुद्री पेट्रोल एयरक्राफ्ट P-8A, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में उतरा।
प्रमुख बिंदु
- यह पहली बार है जब अमेरिकी P-8A को ऑपरेशनल टर्नअराउंड के लिये द्वीपों तक पहुँच मिली है।
- लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA) के तहत ईंधन भरने के लिये 25 सितंबर को पी-8A पोर्ट ब्लेयर में था। यह विमान जापान से आया था और कुछ घंटों के लिये पोर्ट ब्लेयर में रुका।
- इसी दौरान भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय अभ्यास का दूसरा संस्करण "एक्सरसाइज़ बोंगोसागर" बंगाल की उत्तरी खाड़ी में शुरू हुआ, जिसके बाद अगले दो दिनों के लिये एक समन्वित गश्ती ‘कॉरपैट’ (CORPAT) का आयोजन होगा।
LEMOA क्या है?
- लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरैंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA) पर भारत ने वर्ष 2016 में हस्ताक्षर किये थे।
- यह समझौता भारत एवं अमेरिकी सेनाओं की एक-दूसरे की सैन्य सुविधाओं तक पहुँच को आसान बनाता है लेकिन यह इसे स्वचालित या अनिवार्य नहीं बनाता है।
- यह समझौता दोनों देशों की सेनाओं को मुख्य रूप से चार क्षेत्रों जैसे- पोर्ट ऑफ कॉल, संयुक्त अभ्यास, प्रशिक्षण और मानवीय सहायता तथा आपदा राहत में सुविधाएँ प्रदान करता है।
- LEMOA की सबसे बड़ी लाभार्थी भारतीय नौसेना है, जो विदेशी नौसेनाओं के साथ सबसे ज़्यादा सूचनाओं का आदान-प्रदान और अभ्यास करती है।
- नौसेना का यू.एस.ए. के साथ समुद्र में ईंधन हस्तांतरण के लिये एक ईंधन विनिमय समझौता है, जो नवंबर में समाप्त होने वाला है।
- SOPs में अमेरिकी सेना के लिये संपर्क के बिंदुओं को नामित करने और भुगतान हेतु एक आम खाते का निर्माण करना शामिल है।
- उल्लेखनीय है कि मानक ऑपरेटिंग प्रक्रिया (SOPs) किसी संगठन द्वारा संकलित चरण-दर-चरण निर्देशों का एक सेट है, जो कर्मचारियों को जटिल दिनचर्या का संचालन करने में मदद करती है।
- यह मानक तीनों सेनाओं पर लागू होता है और अब तक तीनों सेनाओं के व्यक्तिगत खाते थे जिनसे सैन्य अभ्यास के दौरान भुगतान किया जा रहा था।
हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का विदेशी राज्यों के साथ सहयोग
- भारतीय नौसेना पोतों और अमेरिकी विमान वाहक पोतों के बीच जुलाई में PASSEX नामक युद्धाभ्यास प्रस्तावित था, जिसके इस महीने के अंत में संपन्न होने की उम्मीद है।
- भारत के P-8s और यूएस की सबमरीन के मध्य पहले ही एक अभ्यास किया गया था। कई देशों ने अंडमान और निकोबार द्वीपों तक पहुँचने में रुचि व्यक्त की है जो कि मलक्का जलडमरूमध्य के समीप होने के कारण रणनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
- हिंद महासागर क्षेत्र और भारत-प्रशांत क्षेत्र में बेहतर समुद्री जागरूकता (एमडीए) के लिये सूचना साझा करने पर केंद्रित द्विपक्षीय आधार पर क्वाड देशों के साथ भारत की समुद्री जागरूकता संबंधी बातचीत में तेज़ी से वृद्धि हुई है।
- भारत के तीनों देशों ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के साथ लॉजिस्टिक समझौते हैं। भारत ने ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ समुद्री सूचना साझाकरण समझौतों पर भी हस्ताक्षर किये हैं और इसी तरह का एक समझौता यू.एस के साथ भी किया है।
भारत-अमेरिका के बीच प्रमुख सूचना संधि
- दोनों देशों द्वारा सैन्य सूचना समझौते की सामान्य सुरक्षा (GSOMIA) नामक पहले समझौते पर वर्ष 2002 में हस्ताक्षर किये गए थे।
- हाल ही में दोनों देशों की 2+2 वार्ता के दौरान हस्ताक्षरित COMCASA समझौता, CISMOA के संचार और सूचना से संबंधित भारत-विशिष्ट संस्करण है।
- उल्लेखनीय है कि COMCASA को अमेरिका में CISMOA (Communication and Information Security Memorandum of Agreement) भी कहा जाता है।
- आखिरी समझौता भू-स्थानिक सहयोग (BECA) है जो दोनों देशों के बीच सैन्य और नागरिक उद्देश्यों के लिये स्थल, समुद्री एवं वैमानिकी तीनों प्रकार की सूचनाओं के आदान-प्रदान में सहायता करने के लिये वैधानिक ढाँचा निर्धारित करेगा।
बांग्लादेश के साथ युद्धाभ्यास
- एक्स बोंगोसागर, जिसका पहला संस्करण वर्ष 2019 में आयोजित किया गया था, का उद्देश्य व्यापक समुद्री अभ्यास एवं संचालन के माध्यम से अंतर-संचालन एवं संयुक्त परिचालन कौशल विकसित करना है।
- बोंगोसागर नौसैनिक अभ्यास के इस सत्र में दोनों देशों की नौ-सेनाओं के पोत सतह युद्ध अभ्यास, नाविक कला विकास (Seamanship Evolutions) और हेलीकॉप्टर संचालन में भाग लेंगे।
- भारतीय नौसेना की तरफ से स्वदेशी तौर पर निर्मित एंटी-सबमरीन वारफेयर कार्वेट (Anti-Submarine Warfare Corvette) आईएनएस किल्टान (INS Kiltan) और स्वदेश में ही निर्मित गाइडेड-मिसाइल कार्वेट (Guided-Missile Corvette) आईएनएस खुकरी (INS Khukri) इसमें भाग ले रहे हैं।
- वहीं बांग्लादेश की तरफ से बीएनएस अबू बक्र (BNS Abu Bakr) और बीएनएस प्रेटॉय (BNS Prottoy) इस अभ्यास में भाग ले रहे हैं।
भारत-बांग्लादेश संयुक्त गश्ती (कॉरपैट)
[IN-BN Coordinated Patrol (CORPAT)]:
- 4 - 5 अक्तूबर, 2020 को बंगाल की खाड़ी में भारतीय नौसेना और बांग्लादेशी नौसेना ने संयुक्त गश्ती (कॉरपैट) के तीसरे संस्करण में हिस्सा लिया।
- इसमें दोनों देशों की नौसैनिक इकाइयों ने अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (International Maritime Boundary Line- IMBL) के अनुरूप संयुक्त रूप से गश्त किया।
- संयुक्त गश्त करने से दोनों देशों की नौ-सेनाओं के बीच आपसी समझ बेहतर हुई है और गैर-कानूनी गतिविधियों को रोकने के उपायों को लागू करने में तत्परता दिखाई गई है।
- यह एक बहुराष्ट्रीय संधि के बजाय भारतीय नौसेना की एक सामरिक प्रक्रिया है।
- अब तक संयुक्त गश्ती अभ्यास को बांग्लादेश, इंडोनेशिया और थाईलैंड के साथ आयोजित किया गया है।