सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिये ट्रामा केयर सेंटर | 23 Jul 2019
चर्चा में क्यों?
भारत सरकार ने ‘राष्ट्रीय राजमार्गों पर ट्रामा केयर सुविधाओं के विकास के लिये क्षमता निर्माण’ (Capacity Building for Developing Trauma Care Facilities on National highways) योजना के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों पर ट्रामा केयर सुविधाएँ (Trauma Care Facilities) स्थापित करने की दिशा में पहल की है।
प्रमुख बिंदु
- इस योजना का समग्र उद्देश्य अखिल भारतीय स्तर पर ट्रामा केयर नेटवर्क विकसित करके सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों को कम करना है।
- इस योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रत्येक 100 किमी पर एक ट्रामा सेंटर स्थापित किया जाएगा।
- उल्लेखनीय है कि 11वीं और 12वीं पंचवर्षीय योजनाओं के दौरान, लगभग 200 ट्रामा केयर सुविधाओं (Trauma Care Facilities-TCFs) की पहचान की गई थी और उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान की गई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज़ प्रोजेक्ट
(WHO’s Global Burden of Disease Project)
- इस परियोजना/प्रोजेक्ट के अनुसार, सड़क यातायात दुर्घटनाओं (Road Traffic Accidents-RTA) के कारण एक वर्ष में 1.27 मिलियन से अधिक मौतें होती हैं।
- सड़क यातायात के दौरान लगने वाली चोटें 5 से 44 वर्ष के लोगों की मौत के शीर्ष तीन कारणों में से एक हैं।
- ऐसा अनुमान लगाया गया है कि यदि इस मामले में कोई तत्काल कार्रवाई नहीं की जाती है तो वर्ष 2030 तक मृत्यु का पाँचवाँ प्रमुख कारण सड़क दुर्घटनाएँ होंगी, जिससे प्रति वर्ष अनुमानतः 2.4 मिलियन लोगों की मृत्यु होगी।
- पूरी दुनिया में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली कुल मौतों में से 90% से अधिक निम्न और मध्यम आय वाले देशों में होती हैं, जिनके पास दुनिया के केवल 48% वाहन हैं।
- भारत में भी आकस्मिक लगने वाली चोटें मृत्यु और रुग्णता (Morbidity) के प्रमुख कारणों में से एक है।
- यद्यपि भारत में दुनिया के कुल वाहनों का सिर्फ एक प्रतिशत ही है, लेकिन वैश्विक रूप से घटित कुल सड़क दुर्घटनाओं में से 6% भारत में घटित होती हैं।
भारत में सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति
वर्ष 2017 के दौरान भारत में कुल 4,70,975 सड़क दुर्घटनाएँ हुईं। इन दुर्घटनाओं में 4,64,910 लोग घायल हुए, जबकि 1,47,913 लोगों की मृत्यु हो गई।
- भारत में प्रत्येक 1 मिनट में एक सड़क दुर्घटना होती है तथा इन दुर्घटनाओं के कारण प्रत्येक 3.5 मिनट में एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
- प्रत्येक एक घंटे में लगभग 17 लोगों की मौत सड़क दुर्घटना के कारण होती है।\
- सड़क दुर्घटनाओं के कारण भारत को हर साल लगभग 4.07 लाख करोड़ रुपए का नुकसान होता है।
- भारतीय सड़कों पर प्रतिदिन 46 बच्चों की मौत हो जाती है।
- पिछले दशक में सड़क दुर्घटना के कारण 50 लाख से अधिक लोगों को गंभीर चोटें आईं या वे दुर्घटना के कारण अपंग हो गए तथा 10 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई।
- सड़क दुर्घटना के कारण होने वाली इन मौतों को 50% तक कम किया जा सकता था यदि घायलों को त्वरित सहायता मिल पाती।