वर्ष 2020 से मांगते ही मिलेगा कन्फर्म ट्रेन टिकट | 29 Apr 2017

सन्दर्भ
रेल मंत्री सुरेश प्रभु के अनुसार,भारतीय रेलवे वर्ष 2020 से यात्रियों की मांग पर ट्रेन टिकट के आरक्षण(reservation) उपलब्ध कराएगी|

महत्त्वपूर्ण बिंदु
हालाँकि, मांग के आधार पर कन्फर्म टिकट तभी संभव होंगे जब मौजूदा रेलवे नेटवर्क की क्षमता में वर्ष 2019 तक समर्पित फ्रेट कॉरिडोर(dedicated freight corridor -DFC) और मौजूदा मार्गों की क्षमता में वृद्धि करके सुधार कर दिया जाएगा ताकि इससे यात्री रेलों का आवागमन सुचारू रूप से हो सके|

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भारतीय उद्योग संघ के वार्षिक समारोह के दौरान कहा कि कई दशकों तक माल ढुलाई रेलों तथा यात्री रेलों की संख्या में तो क्रमशः 1,344 तथा 1,642 की वृद्धि हुई परन्तु प्रति किलोमीटर पथ में केवल 23% की ही बढ़ोतरी हुई| इस प्रकार की समस्या का समाधान केवल माल कॉरिडोर की क्षमता में वृद्धि करके ही किया जा सकता है|

रेल मंत्री के अनुसार, सरकार ने उच्च घनत्व वाले नेटवर्क के निर्माण में 8.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया तथा पिछले ढाई वर्षो में 16,500 किलोमीटर की रेलवे लाइन को स्वीकृति दे दी गई जबकि इससे पूर्व विगत 70-75 वर्षों में 20,000 किलोमीटर रेलवे लाइन को भी स्वीकृति नहीं दी गई थी|

निष्कर्ष
जब ये प्रोजेक्ट पूर्ण हो जाएंगे तो माल ढुलाई की क्षमता में वृद्धि होगी तथा अधिक यात्रियों को यात्रा भी कराई जा सकेगी|

वस्तुतः भारत में केवल दो तिहाई रेलवे पथों से यात्री रेल गुजरती हैं| फलस्वरूप, इससे केवल एक तिहाई राजस्व की ही प्राप्ति होती है जबकि माल ढुलाई से दो तिहाई राजस्व की प्राप्ति होती है फिर भी उसे कम वरीयता दी जाती है|

अतः जब समर्पित फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण हो जाएगा तो कई सारे कठिन मार्गों को डीएफसी में ही संचालित किया जाएगा ताकि अन्य पटरियों को यात्री रेलों के लिये छोड़ दिया जाए|