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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

अंतरिक्ष में पहला सौर ऊर्जा स्टेशन

  • 19 Feb 2019
  • 3 min read

चर्चा में क्यों?

चंद्रमा के अनदेखे हिस्से के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिये भेजे गए मिशन की सफलता के बाद चीन अंतरिक्ष में एक सौर ऊर्जा स्टेशन (Solar Power Station) बनाने की तैयारी कर रहा है।

प्रायोगिक आधार का निर्माण

  • वैज्ञानिकों ने पहले ही पश्चिमी चीनी शहर चोंगकिंग(Chongqing) में इस प्रयोग के लिये एक बेस/आधार के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है।
  • साइंस एंड टेक्नोलॉजी डेली (Science and Technology Daily)के अनुसार, वैज्ञानिकों की योजना प्रारंभ में 2021 से 2025 के बीच समतापमंडल (Stratosphere) में एक छोटा ऊर्जा स्टेशन, वर्ष 2030 तक अंतरिक्ष में 1 मेगावाट की क्षमता वाले ऊर्जा स्टेशन और अंततः एक बड़ा सौर जनरेटर स्थापित करने की है।
  • 3 जनवरी को राष्ट्र के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों द्वारा पृथ्वी से चंद्रमा की अधिकतम दूरी पर अपना लैंड रोवर सफलतापूर्वक उतारा गया जिसने, मिशन की एक श्रृंखला की कैपिंग की और चीन की महत्त्वाकांक्षाओं को बढ़ावा दिया।
  • पृथ्वी से विद्युत चुम्बकीय हस्तक्षेप के अभाव के कारण अस्पष्टीकृत क्षेत्र पर उतारे गए लैंड रोवर (Change-4) द्वारा चंद्रमा का बेहतर ढंग से अध्ययन किया जा सकेगा।

अंतरिक्ष केंद्र (Space Station)

  • चीन का लक्ष्य 2022 तक अपना खुद का अंतरिक्ष केंद्र, तियांगोंग (Tiangong) या हैवेनली पैलेस (Heavenly Palace) स्थापित करना है। इसमें एक कोर मॉड्यूल (Core Module) और प्रयोगों के लिये दो अन्य मॉड्यूल होंगे, जो विकसित किये जाने से कम-से-कम 10 साल तक 66 टन भार और तीन व्यक्तियों को ले जाने में सक्षम होगा।
  • इसका उपयोग जीव विज्ञान (Biology), भौतिकी (Physics) और पदार्थ विज्ञान (Material Sciences) सहित एक दर्जन क्षेत्रों में वैज्ञानिक अनुसंधान के लिये किया जाएगा।

चीन का लूनर रोवर 'चांग ई-4' (Chang'e 4)

  • हाल ही में चीन ने चंद्रमा के अनदेखे हिस्से के बारे में जानकारी जुटाने के लिये चांग ई-4 यान का प्रक्षेपण किया।
  • चीन के सिचुआन प्रांत में स्थित शीचांग उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से लॉन्ग मार्च-3 रॉकेट के ज़रिये यह प्रक्षेपण किया गया था।
  • चांग ई-4 का उद्देश्य चंद्रमा के उस हिस्से के रहस्यों का खुलासा करना है, जहाँ अभी तक कोई यान नहीं गया है।
  • ध्यातव्य है कि चंद्र अभियान 'चांग ई-4' का नाम चीनी पौराणिक कथाओं की चंद्रमा देवी के नाम पर रखा गया है।

स्रोत – बिज़नेस लाइन

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